अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विल्मोर के पृथ्वी पर वापसी को लेकर अहम जानकारी दी है।
स्पेस एजेंसी ने शनिवार को बताया कि दोनों एस्ट्रोनॉट्स अगले साल फरवरी में वापस आएंगे। दोनों की वापसी एलन मस्क के स्पेसएक्स के जरिए होगी।
नासा के एडमिनिस्ट्रेटर बिल नेल्सन ने कहा, “नासा ने फैसला किया है कि बुच और सुनी अगले फरवरी में क्रू-9 के साथ वापस लौटेंगे, और स्टारलाइनर बिना चालक दल के वापस आएगा।”
उन्होंने कहा कि बैरी बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स की वापसी में बोइंग अंतरिक्ष यान के थ्रस्टर की खराबी आने की वजह से देरी हुई।
बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल पर सवार होकर जून में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरने वाले दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को अगले साल की शुरुआत में स्पेसएक्स के जरिए पृथ्वी पर वापस लौटना होगा।
नासा के बिल नेल्सन ने स्पेस एजेंसी के अतीत में दो स्पेस शटल क्रू के खोने का हवाला देते हुए फैसले के बारे में कहा, “बुच और सुनी को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर रखने और बोइंग स्टारलाइनर को बिना चालक दल के वापस लाने का निर्णय सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता की वजह से लिया गया है।”
6 जून को बोइंग के CST-100 स्टारलाइनर परीक्षण उड़ान पर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंचे दो अंतरिक्ष यात्रियों को मूल रूप से लगभग एक सप्ताह तक रहना था। अब दोनों की वापसी अगले साल फरवरी महीने में होगी, जिसकी वजह से दोनों को अंतरिक्ष में आठ महीने तक रहना होगा।
दो बार हुई थी लॉन्चिंग में देरी
स्टारलाइनर मिशन में दो बार देरी हुई थी इसे शुरू में फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन के स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स-41 से 6 मई, 2024 को लॉन्च किया जाना था, लेकिन फिर इसे तकनीकी दिक्कत आने के बाद एक जून तक के लिए टाल दिया गया था।
इसके बाद फिर से एक जून को होने वाली लॉन्चिंग में भी देरी हुई, लेकिन अंतरिक्ष यान ने 5 जून को सफलतापूर्वक उड़ान भरी थी।
स्टारलाइनर 6 जून को अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचा था।
बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स को स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान और उसके सब सिस्टम का परीक्षण करने के लिए लगभग एक सप्ताह तक अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर रहना था, लेकिन तकनीकी खामी आने की वजह से दोनों अंतरिक्ष यात्री अब तक धरती पर वापस नहीं आ सके हैं।
बता दें कि यह स्टारलाइनर कार्यक्रम के लिए एक और बड़ा झटका माना जा रहा है। साल 2019 में, बोइंग का बिना चालक दल का परीक्षण उड़ान भी विफल हो गया था।
वह योजना के अनुसार अंतरिक्ष स्टेशन तक पहुंचने में विफल रहा था। इसके बाद कई वर्षों तक देरी और गड़बड़ियां हुईं, जिससे कंपनी को लगभग 1.6 बिलियन डॉलर का अतिरिक्त शुल्क देना पड़ा।