केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के आवास पर आज सुबह-सुबह छापेमारी की।
उनके कार्यकाल के दौरान कॉलेज में कथित वित्तीय अनियमितताओं को लेकर यह छापेमारी की गई। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है।
इसके अलावा केंद्रीय जांच एजेंसी शहर में 14 अन्य स्थानों पर भी तलाशी कर रही है। छापेमारी के दौरान सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के अधिकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में फोरेंसिक मेडिसिन और टॉक्सिकोलॉजी के डेमोस्ट्रेटर डॉ. देबाशीष सोम के आवास पर भी पहुंचे।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली द्वारा तीन दिन पहले दर्ज कराई गई शिकायत के बाद ये कार्रवाई की गई है।
शिकायत में डॉ. देबाशीष सोम के खिलाफ संस्थान में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का आरोप लगाया गया था।
शनिवार को सीबीआई ने कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर कार्रवाई करते हुए डॉ. संदीप घोष के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
हाईकोर्ट की एकल पीठ द्वारा सीबीआई को मेडिकल कॉलेज में कथित भ्रष्टाचार की जांच करने का निर्देश दिए जाने के बाद जांच शुरू हुई।
इससे पहले, हाईकोर्ट की एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने निजाम पैलेस स्थित सीबीआई कार्यालय का दौरा किया और मामले से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज सौंपे।
इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की और शनिवार को अलीपुर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) कोर्ट में इसकी एक प्रति जमा की।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने सीबीआई को जांच की प्रगति रिपोर्ट देने के लिए तीन सप्ताह का समय दिया है, जो 17 सितंबर को पेश की जानी है।
बीते 9 अगस्त को एक सेमिनार हॉल में पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या के बाद मेडिकल कॉलेज सुर्खियों में आ गया था।
इसके आरोप में संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया था। कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने हत्या के साथ-साथ कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले दर्ज किए हैं।
कोलकाता पुलिस ने सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पास निषेधाज्ञा को एक और सप्ताह के लिए 31 अगस्त तक बढ़ा दिया है।
18 अगस्त को पहली बार लगाए गए इन आदेशों के तहत निर्दिष्ट क्षेत्र में पांच से अधिक लोगों के एकत्र होने और सभा करने पर प्रतिबंध है।