बांग्लादेश में पूर्व पीएम शेख हसीना के तख्ता पलट के बाद नई नवेली सरकार की तरफ पाकिस्तान ने सहायता की पेशकश की है।
हालांकि पाकिस्तान इस समय खुद आईएमएफ के कर्जे के इंतजार में हैं।
दरअसल, बांग्लादेश में इस समय विनाशकारी बाढ़ आई हुई है, जिसके कारण अभी तक करीब 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि अभी भी लाखों लोग इस बाढ़ में फंसे हुए हैं इसके अलावा फसलों और घेरलू जानवरों का भी नुकसान हुआ है।
हिंसक राजनैतिक संकट के बाद बांग्लादेश में आई इस बाढ़ ने तबाही मचा दी है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि पीएम शरीफ ने बांग्लादेश की आंतरिक सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस को पत्र लिखकर ऐसे मुश्किल समय में अपनी एकजुटता व्यक्त की है।
पीएम ने पत्र में कहा कि पाकिस्तान बांग्लादेश के उन सभी लोगों के दुख में उनके साथ है, जिन्होंने इस विनाशकारी बाढ़ में अपने परिवार जनों और अपनी आजीविका को खो दिया है।
इसके अलावा पाकिस्तान के पीएम शरीफ ने अपनी गरीबी के हालत के बाद भी कहा कि हम इस संकट की घड़ी में बांग्लादेश की किसी भी तरह से मदद करने के लिए तैयार हैं।
इसके अलावा शरीफ ने अंतरिम सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि बांग्लादेश के लोग अपनी बहादुरी और साहस के लिए जाने जाते हैं हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश नेतृत्व इस चुनौती पूर्ण समय में देश का सही ढ़ंग से मार्गदर्शन करेगा।
मानसून में होने वाली बारिश के कारण साल के इस समय में इस क्षेत्र में बाढ़ आने की संभावना बनी ही रहती है।
बांग्लादेश का अधिकांश भाग डेल्टाओं से बना हुआ है यहां पर हिमालय से निकलने वाली नदियां गंगा और ब्रह्मपुत्र,भारत से निकलकर समुद्र में मिलती हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों नदियों की सभी प्रमुख नदियां इस समय भारी बारिश के कारण उफान पर थीं, जिसके कारण यह बाढ़ आई है।
भारत में इस बाढ़ से सबसे प्रभावित राज्य त्रिपुरा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, त्रिपुरा में अभी तक 23 लोगों की मौत हो चुकी है।
बांग्लादेश की सरकार के तरफ से जारी बयान के अनुसार इस बाढ़ से चटगांव और कॉक्स बाजार में भारी नुकसान हुआ है।
इन क्षेत्रों में म्यांमार से आए लगभग दस लाख रोहिंग्या शरणार्थी भी रहते हैं। इसके अलावा इस बाढ़ से बचने के लिए बांग्लादेश ने करीब 2 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है।