यूक्रेन ने फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से पहली बार रूस पर सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया है।
रूसी अधिकारियों ने बताया कि रूसी वायु रक्षा बलों ने राजधानी मॉस्को को निशाना बनाकर किए गए 11 यूक्रेनी ड्रोनों को मार गिराया है।
रूस के मुताबिक, राजधानी में यूक्रेन का यह अब तक का सबसे बड़ा हमला है। रूस की वायु रक्षा प्रणाली ने रातभर यूक्रेन के 45 ड्रोन नष्ट किए।
इनमें से 11 मॉस्को के अलावा अन्य चार शहरों पर भी दागे गए। रूसी शहरों में यू्क्रेन की लगातार घुसपैठ से पुतिन तिलमिला गए हैं। अब उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक यूक्रेन की हार नहीं हो जाती, तब तक कोई शांति चर्चा नहीं होगी।
पिछले कुछ दिनों से यूक्रेनी सेना रूस में घुसकर हमला कर रही है। पहले कुर्स्क शहर को निशाना बनाया गया और 1200 वर्ग किलोमीटर से ज्यादा क्षेत्र पर कब्जा किया।
92 शहरों पर कब्जा किया। आलम यह है कि 122000 से ज्यादा रूसी घर छोड़कर भाग गए हैं। अब यूक्रेनी सेना ने राजधानी मॉस्को समेत पांच प्रमुख रूसी शहरों पर बमवर्षा की।
रूसी अधिकारियों का दावा है कि रातभर यूक्रेन के हमले चलते रहे। हालांकि उनकी रक्षा प्रणाली ने 45 ड्रोन हमलों को हवा में ही नष्ट कर दिया।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि मॉस्को ने रातभर में यूक्रेन के 45 ड्रोन नष्ट किए।
उसने बताया कि 11 ड्रोन मॉस्को क्षेत्र के ऊपर नष्ट किए गए, 23 ड्रोन ब्रायंस्क क्षेत्र में, छह बेलगोरोद में, तीन कलुगा में और दो ड्रोन कुर्स क्षेत्र में नष्ट किए गए। मॉस्को के मेयर सर्गेइ सोबियानिन ने अपने टेलीग्राम चैनल पर कहा, ‘‘ड्रोन के जरिए मॉस्को पर हमला करने की यह अब तक की सबसे बड़ी कोशिशों में से एक थी।’’
सर्गेई ने कहा कि राजधानी मॉस्को के आसपास बनायी गयी मजबूत रक्षा प्रणाली के कारण सभी ड्रोन नष्ट कर दिए गए। रूस के कुछ सोशल मीडिया चैनल पर वायु रक्षा प्रणालियों द्वारा ड्रोन को नष्ट करते हुए देखा जा सकता है।
ब्रायंस्क क्षेत्र के गवर्नर एलेक्जेंडर बोगोमाज ने कहा कि उनके क्षेत्र पर ‘‘बड़ा’’ हमला किया गया लेकिन 23 ड्रोन नष्ट कर दिए गए हैं।
अब तक का सबसे बड़ा हमला
यूक्रेन ने युद्ध में रूस की क्षमता को कमजोर करने के प्रयास के तहत कई तेल रिफाइनरियों और एयरफील्ड को निशाना बनाया है।
उसने कई बार राजधानी मॉस्को को भी निशाना बनाया है। यह ड्रोन हमला ऐसे वक्त में किया है जब यूक्रेनी बल रूस के पश्चिम कुर्स क्षेत्र में घुसने का प्रयास कर रहे हैं। रूस में घुसपैठ की अपनी आश्चर्यजनक सफलता से यूक्रेन का मनोबल बढ़ा है और इसने युद्ध का स्वरूप ही बदल दिया है।
कुर्स में यूक्रेनी बलों की बढ़त ऐसे वक्त में सामने आयी है जब यूक्रेन अपने पूर्वी औद्योगिकी क्षेत्र डोनबास में आधार गंवा रहा है।
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास ने बताया कि छह अगस्त को रूस पर शुरू यूक्रेन के हमलों में 31 लोगों की मौत हो गयी है। उसने बताया कि 143 लोग घायल हुए हैं जिनमें से चार बच्चों समेत 79 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
यूक्रेन की हार तक कोई बात नहीं
यूक्रेन के रूसी धरती पर बढ़ रहे हमलों से पुतिन सरकार तिलमिला गई है।
रूस की सुरक्षा परिषद के उप प्रमुख दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेन के घुसपैठ का मतलब है कि जब तक यूक्रेन पराजित नहीं हो जाता, तब तक मास्को और कीव के बीच कोई वार्ता नहीं होगी।