वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की बिक्री पेशकश (ओएफएस) को पहले दिन जोरदार प्रतिक्रिया मिली।
कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि पहले दिन गैर-खुदरा निवेशकों ने 6.3 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां लगाईं।
बीएसई के आंकड़ों के अनुसार 5,14,40,329 इक्विटी शेयरों की पेशकश के मुकाबले कुल 6,36,05,891 इक्विटी शेयरों के लिए बोलियां मिलीं।
इस तरह पेशकश को 1.23 गुना या 137.39 प्रतिशत सब्सक्रप्शिन मिला। बोली के लिए 486 रुपये प्रति शेयर के बेस प्राइस के मुकाबले 494.54 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बोलियां मिलीं।
हिंदुस्तान जिंक की प्रवर्तक वेदांता ने शुक्रवार को गैर-खुदरा निवेशकों को कंपनी के 5,14,40,329 इक्विटी शेयर बेचने की पेशकश की थी।
वेदांता ने कहा कि वह सोमवार को खुदरा और गैर-खुदरा निवेशकों को इक्विटी पूंजी के 1.95 प्रतिशत या 8,23,04,527 इक्विटी शेयरों की अतिरिक्त पेशकश करेगी।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
विश्लेषकों के मुताबिक हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की हिस्सेदारी बिक्री वेदांता लिमिटेड और (इसकी मूल कंपनी) वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड के ऋणदाताओं और बॉन्डधारकों के लिए सकारात्मक है।
ऋण में कमी आने से वेदांता रिसोर्सेज पर ब्याज बोझ कम हो जाएगा। इसके साथ ही हिस्सेदारी बिक्री से वेदांता को एचजेडएल से भविष्य में मिलने वाले लाभांश में भी कमी आएगी, जो कई वर्षों से समूह की नकदी का स्रोत रही है।
शेयर क्रैश
सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के शेयर की बात करें तो यह करीब 10 फीसदी टूट गया। कारोबार के अंत में शेयर 519.95 रुपये पर था।
एक दिन पहले के मुकाबले 9.25% गिरकर बंद हुआ। यह गिरावट ऐसे समय में आई है जब शेयर बाजार शुक्रवार को गुलजार था।
बता दें कि स्थानीय शेयर बाजारों में जोरदार तेजी के बीच शुक्रवार को निवेशकों की संपत्ति में 7.30 लाख करोड़ रुपये का बड़ा उछाल देखा गया।
बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स 1,330.96 अंक यानी 1.68 प्रतिशत उछलकर दो सप्ताह के उच्चस्तर 80,436.84 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स ने पिछले दो महीनों में किसी एक कारोबारी सत्र में सर्वाधिक बढ़त भी दर्ज की।