कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की प्रशिक्षु महिला डॉक्टर की कथित बलात्कार एवं हत्या मामले में उनके माता-पिता ने केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को बताया कि इस अपराध में उसी कॉलेज के कुछ इंटर्न और डॉक्टर शामिल हो सकते हैं।
एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पिछले सप्ताह आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला डॉक्टर की कथित रूप से बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई मामले की जांच कर रही है।
डॉक्टर के माता-पिता ने केंद्रीय जांच एजेंसी को उन लोगों के नाम भी उपलब्ध कराए, जिन पर उन्हें सरकारी अस्पताल में उनकी बेटी की हत्या से जुड़े होने का संदेह है।
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘माता-पिता ने हमें बताया कि उन्हें अपनी बेटी के यौन उत्पीड़न और हत्या के पीछे कई लोगों के शामिल होने का संदेह है। उन्होंने हमें आर जी कर अस्पताल में अपनी बेटी के साथ काम करने वाले कुछ इंटर्न एवं डॉक्टरों के नाम बताए हैं।’’
केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने कम से कम 30 नामों पर ध्यान केंद्रित किया है, जिन्हें हम पूछताछ के लिए बुलाएंगे। हमने उनसे पूछताछ शुरू भी कर दी है।’’
सीबीआई ने शुक्रवार को अस्पताल के उस कर्मी और दो स्नातकोत्तर प्रशिक्षु (पीजीटी) को तलब किया जो घटना की रात डॉक्टर के साथ ड्यूटी पर थे।
सीबीआई अधिकारियों ने बृहस्पतिवार की रात ताला पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी से पूछताछ की थी। एजेंसी अस्पताल के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष को भी पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई।
शव मिलने के दो दिन बाद इस्तीफा देने वाले डॉ. घोष ने अपने ऊपर हमला होने की आशंका जताई थी, जिसके बाद उनके वकील ने कलकत्ता उच्च न्यायालय से सुरक्षा की मांग की थी। अदालत ने उन्हें एकल पीठ से संपर्क करने का निर्देश दिया।
स्नातकोत्तर प्रशिक्षु का शव नौ अगस्त को आर जी कर अस्पताल के सेमिनार कक्ष में मिला था। पुलिस ने इस सिलसिले में अगले दिन एक नागरिक स्वयंसेवी को गिरफ्तार किया था।
सूत्र ने बताया कि सीबीआई शुक्रवार को गिरफ्तार व्यक्ति को अपराध दृश्य के नाट्य रूपांतरण (रिक्रिएट) करने के लिए अस्पताल ले गई।