प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार):
19 अगस्त को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा।
क्षाबंधन के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, शोभन योग और श्रवण नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है. इसके अलावा इस दिन सावन का अंतिम सोमवार भी है।
ऐसे में यह दिन बेहद शुभ साबित होगा। पंचांग के अनुसार, 18 अगस्त को रात 2 बजकर 21 मिनट से भद्रा की शुरूआत हो रही है, जो अगले दिन 19 अगस्त को 1 बजकर 24 मिनट तक रहेगा, हालांकि पाताल लोक की भद्रा का पृथ्वी पर दुष्प्रभाव नहीं होता, फिर भी भद्रा काल में रक्षा सूत्र बांधना शुभ नहीं माना जाता है, इसीलिए 19 अगस्त को दोपहर में 1 बजकर 24 मिनट के बाद रक्षासूत्र बांधा जाएगा।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
19 अगस्त सोमवार को दोपहर 1 बजकर 26 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 25 मिनट तक रक्षासूत्र बांधने का शुभ समय है, इस समय में रक्षासूत्र बांधने से भाइयों को दीर्घायु के आशीर्वाद के साथ ऐश्वर्य और सौभाग्य का लाभ भी मिलेगा।
राखी कब खोलें- रक्षाबंधन के बाद राखी खोलने को लेकर कई मान्यताएं हैं।
कुछ मान्यताओं के अनुसार रक्षाबंधन के 24 घंटे के बाद राखी को अपने हाथ से खोलकर उतार दें। उसके बाद उसे विसर्जित कर दें। कुछ लोग जन्माष्टमी के बाद राखी को खोलते हैं।
भद्रा के समय नहीं किया जाता है शुभ कार्य-
भद्रा के समय राखी बांधना वर्जित माना गया है। कहते हैं कि शुभ कार्यों के लिए भद्रा का त्याग करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रक्षा बंधन के लिए दोपहर के बाद का समय सबसे अनुकूल माना जाता है। अगर दोपहर के बाद समय भद्रा के कारण नहीं शुभ है तो प्रदोष काल का समय भी रक्षा बंधन के लिए शुभ माना गया है।
रक्षा बंधन के सभी मुहूर्त-
रक्षा बंधन अनुष्ठान का समय – 01:30 पी एम से 09:07 पी एम
अवधि – 07 घंटे 37 मिनट
रक्षा बंधन के लिये दोपहर का मुहूर्त – 01:42 पी एम से 04:19 पी एम
अवधि – 02 घंटे 37 मिनट
रक्षा बंधन के लिये प्रदोष काल का मुहूर्त – 06:55 पी एम से 09:07 पी एम
अवधि – 02 घंटे 11 मिनट
रक्षा बंधन भद्रा शुरू व अंत समय – 05:52 ए एम से 01:32 पी एम
पंचक का समय- 07:00 पी एम से 05:52 ए एम, अगस्त 20
रक्षा बंधन भद्रा पूँछ – 09:51 ए एम से 10:53 ए एम
रक्षा बंधन भद्रा मुख – 10:53 ए एम से 12:37 पी एम