पाकिस्तान में उत्पीड़न का शिकार होने वाले 2 हिंदू परिवार भारत आ गए हैं।
इन दोनों परिवारों के कुल 21 लोग बुधवार को अपनी जरूरत की तमाम चीजें लेकर अमृतसर के पास अटारी बॉर्डर से भारत में आए।
इन लोगों ने फिलहाल राजस्थान के जोधपुर का रुख किया है और ये लोग वहीं बसना चाहते हैं। पाकिस्तान से ये लोग ऐसे समय में भारत आए हैं, जब बांग्लादेश में भी हिंदू उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं।
बांग्लादेश में तख्तापलट के बीच भारी हिंसा का दौर चल रहा है और बड़े पैमाने पर हिंदुओं के घरों को फूंका जा रहा है। दो पार्षदों समेत कई हिंदुओं के कत्ल किए जा चुके हैं और मंदिरों तक को निशाना बनाया गया है।
अटारी बॉर्डर पहुंचे 21 लोगों को लेने के लिए जोधपुर का एक शख्स पहुंचा था। उसका कहना था कि इनमें से 16 लोग उसकी पत्नी के रिश्तेदार हैं।
इसके अलावा 5 अन्य लोग भी उनसे ही जुड़े हुए एक परिवार के हैं। ये सभी लोग पाकिस्तान के पंजाब सूबे के रहीम यार खान में रहते थे, लेकिन लगातार खराब होते माहौल को देखते हुए इन लोगों ने पलायन का फैसला कर लिया।
जोधपुर से इन लोगों को लेने आए शख्स ने कहा कि उनका साला और ससुर यहीं रहना चाहते हैं। इसका कारण वे नहीं बता रहे, लेकिन वे पाकिस्तान लौटने को तैयार नहीं हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इस समूह में शामिल कई लोगों ने कहा कि आने वाले दिनों में कुछ और हिंदू परिवार भारत आ सकते हैं। यही नहीं एक ने कहा कि बांग्लादेश में जिस तरह हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं।
उसे देखते हुए हमें लगा कि जल्दी ही भारत की तरफ चले जाना चाहिए। गौरतलब है कि पाकिस्तान से अकसर हिंदू समुदाय के लोगों के जत्थे भारत आते रहते हैं।
इन लोगों का कहना है कि धर्म के नाम पर उन्हें उत्पीड़न झेलना पड़ता है। उन पर मुसलमान बनने के लिए दबाव डाला जाता है।
इसके अलावा बच्चियों को भी पाकिस्तान में कट्टरपंथी कई बार उठा ले जाते हैं और उनसे जबरन निकाह करते हैं।