शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय का कहना है कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री अभी भारत में ही रहेंगी।
अभी उनका यहां से जाने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने बुधवार को इसकी जानकारी दी। जॉय ने कहा, “हसीना स्वस्थ हैं और मेरी बहन उनके साथ हैं लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री बहुत परेशान हैं।”
जॉय ने कहा कि वह इस बात से परेशान हैं कि बंगबंधु ने देश के लिए अपनी जान दे दी। देश ने बीते डेढ़ दशक में काफी प्रगति की। इसके बावजूद उन्हें बाहर निकाल दिया गया।
शेख हसीना के बेटे ने कहा कि अगर कानून-व्यवस्था जल्द से जल्द बहाल नहीं होते हैं तो बांग्लादेश का भी वही हश्र होगा जो पाकिस्तान का हुआ है। उन्होंने कहा कि वह यह देखने के लिए इंतजार कर रहे हैं कि नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस देश को कैसे चलाएंगे।
आपको बता दें कि शेख हसीना सोमवार को दिल्ली के निकट स्थित एक वायुसेना स्टेशन पहुंची थीं और बाद में उन्हें कड़ी सुरक्षा के तहत दिल्ली में एक सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया था। हसीना के साथ उनकी बहन शेख रेहाना भी हैं।
डॉयशे वेले को दिए एक इंटरव्यू के दौरान जॉय से किसी तीसरे देश से शरण मांगने की हसीना की योजना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “ये सभी अफवाहें हैं। उन्होंने अभी इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है। वह कुछ और समय के लिए दिल्ली में ही रहेंगी। मेरी बहन उनके साथ हैं। लिहाजा वह अकेली नहीं हैं।”
आपको बता दें कि शेख हसीना की बेटी सायमा वाजेद विश्व स्वास्थ्य संगठन की दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक हैं, जिसका मुख्यालय नयी दिल्ली में है।
ब्रिटेन द्वारा शरण दिए जाने में टालमटोल के बाद हसीना की लंदन यात्रा की योजना अधर में लटक गई है। रेहाना की बेटी ट्यूलिप सिद्दीकी ब्रिटिश संसद की सदस्य हैं।
बांग्लादेश में मौजूदा अस्थिरता पर बात करने वाले जॉय से यह भी पूछा गया कि क्या उनकी राजनीति में आने की कोई योजना है, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “अभी ऐसी कोई योजना नहीं है। यह तीसरी बार है जब हमारे परिवार के खिलाफ तख्तापलट किया गया है।”
उन्होंने कहा कि हसीना को छोड़कर उनके परिवार के सभी सदस्य पहले से ही लंबे समय से विदेश में रह रहे थे और शेख रेहाना या परिवार के किसी अन्य सदस्य के राजनीति में आने की संभावना नहीं है।