छत्तीसगढ़; धमतरी: 40 घंटे बाद 3 साल के मासूम ऋतिक के शव के अवशेष मिले! कमार परिवार ने खोया अपने घर का चिराग…

सैयद जावेद हुसैन (सह संपादक – छत्तीसगढ़):

धमतरी- जिले के वनांचल में इन दिनों तेंदुए ने जबरदस्त आतंक फैला रखा है, जिसे लेकर ग्रामीणों में खौफ है, बीते कल यानी सोमवार को तेंदुआ मेचका गांव में पहाड़ी के नीचे तालाब के पास रस्सी में फंस गया था, इस दौरान कवरेज करने गए पत्रकार को पंजा मारकर घायल कर दिया था, वहीं सिहावा थाना क्षेत्र में बिरगुड़ी वन परिक्षेत्र के कोरमुड़ गांव से भी दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है 3 वर्ष के मासूम बच्चे ऋतिक पिता योगेश जाति कमार निवासी कोरमुड़ जो घर के आंगन में खेल रहा था, उस वक्त बच्चे के माता पिता घर के अंदर खाना खा रहे थे, थोड़ी देर बाद जब माता पिता ने बच्चे की कोई आवाज नहीं सुनी तो वे इस से ढूंढना शुरू किये।

लेकिन बच्चा आसपास नही मिला, जिसकी रिपोर्ट पुलिस और वन विभाग को दी गई। बच्चे के लापता होने से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, मामले में पुलिस सहित बिरगुड़ी, दुधावा वन विभाग की टीम और परिजन लगातार बच्चे की तलाश करते रहे।

इस दौरान उन्हें घर के पास और बाड़ी में तेंदुए के पैरों के निशान भी मिले, जिसके आधार पर ये अंदेशा लगाया जा रहा था कि तेंदुए ने ही बच्चे पर हमला उसे उठाकर पहाड़ियों में ले गया हो।

मासूम के लापता होने के लगभग 40 घंटे बाद नन्हे ऋतिक के शरीर के अवशेष सर और पैरों में पहनी हुई पायल घर से तकरीबन दो सौ मीटर दूर पहाड़ियों पर मिली।

बताया जा रहा है कि पायल को देखकर बच्चे के परिजनों ने पहचान लिया।

बच्चे का सर और पायल को पुलिस और वन विभाग की टीम ने गांव से लगी पहाड़ी से बरामद कर लिया है, मौके पर एसडीओ एस.एस.नाविक, रेंजर दीपक गावड़े सहित पुलिस और वन विभाग की टीम मौजूद है।

बता दे कि सिहावा, नगरी वनांचल इलाके में ज्यादातर गांव पहाड़ियों से घिरे हुए है, जिसे तेंदुए का पसंदीदा इलाका माना जाता है, इस इलाके के कई गांव में तेंदुआ अक्सर दिखाई देते रहा है, और तेंदुए के शिकार करने के कई मामले भी आते रहे है, बहरहाल इलाके में भारी दहशत व्याप्त है।

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