पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सोमवार को लाहौर के मॉडल टाउन स्थित आवास पर पत्रकारों के साथ बैठक की।
इस दौरान शहबाज शरीफ ने कहा कि अमेरिका के साथ संबंधों को सुधारा जाना चाहिए, लेकिन यह पाक और चीन के बीच संबंधों की कीमत पर नहीं होना चाहिए।
एक पाकिस्तानी अखबार के मुताबिक, शहबाज शरीफ ने कहा कि चीन ने देश के लिए जो किया है, वह अमेरिका कभी नहीं कर सकता।
चीन और पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का दूसरा चरण तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि हाल ही में चीन के विशेषज्ञ पाकिस्तान की यात्रा पर आए थे।
चीनी विशेषज्ञों ने दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ाने को लेकर सकारात्मक रुख अपनाया है। उन्होंने चीन से फिर से कर्ज का अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा, अगर चीन द्वारा पाकिस्तान सरकार को कर्ज चुकाने के लिए पांच से सात वर्ष का समय दिया गया तो देश में बिजली के दामों के साथ-साथ महंगाई को कम किया जा सकेगा।
इस दौरान, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने देश में चीनी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भी प्रतिबद्धता जताई।
कुछ समय पहले पाकिस्तान के विदेश विभाग ने भी कहा था कि बेहतर संबंधों के लिए चीन के साथ रिश्तों की कुर्बानी नहीं दे सकते।
द डॉन के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा ने कहा, ‘हमारे लिए अमेरिका के साथ रिश्ते और चीन के साथ रिश्ते, दोनों ही जरूरी हैं।’
उन्होंने कहा, ‘हम इस बात में यकीन नहीं रखते कि एक देश के साथ संबंधों के लिए दूसरे देश के साथ रिश्तों की कुर्बानी दे दी जाए।’
उन्होंने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान चीन के साथ अपना संबंध मजबूत करना जारी रखेगा। उन्होंने अमेरिका के साथ भी रिश्तों को अहम करार दिया है।