शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला करते हुए पार्टी पर सरकार बनाने के लिए राजनीतिक दलों को तोड़कर ‘सत्ता जिहाद’ में लिप्त होने का आरोप लगाया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा ठाकरे पर किए गए ‘औरंगजेब फैन क्लब’ वाले कटाक्ष को लेकर पलटवार करते हुए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने शाह को अफगान शासक अहमद शाह अब्दाली का राजनीतिक वंशज बताया, जिसने पानीपत की तीसरी लड़ाई में मराठा को हराया था।
ठाकरे की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि ठाकरे द्वारा (शाह की आलोचना करने के लिए) इस्तेमाल की गई भाषा से पता चलता है कि वह कितने घबराए हुए हैं, जो उनके बौद्धिक दिवालियेपन को भी दर्शाता है।
पुणे में शिव संकल्प रैली में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर ‘मुख्यमंत्री लाडकी बहिन योजना’ जैसी योजनाओं के रूप में मतदाताओं को रेवड़ियां देकर रिश्वत देने का आरोप लगाया। इस योजना के तहत राज्य की पात्र महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये मिलेंगे।
ठाकरे ने कहा, ‘अमित शाह अहमद शाह अब्दाली के राजनीतिक वंशज हैं। वह भी शाह थे। वह अहमद शाह थे और वह अमित शाह हैं। क्या वह हमें हिंदुत्व की शिक्षा देंगे? आपने नवाज शरीफ के जन्मदिन का केक खाया और हमें आपसे हिंदुत्व सीखना चाहिए?’ ठाकरे ने हाल में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘या तो आप रहेंगे या मैं (राजनीति में) रहूंगा।’
इस टिप्पणी पर स्पष्टीकरण देते हुए शनिवार को ठाकरे ने कहा कि उन्होंने किसी व्यक्ति का संदर्भ नहीं दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कुछ लोगों को लगा कि मैंने किसी को चुनौती दी, लेकिन मैं खटमलों को चुनौती नहीं देता।
यहां ‘मैं’ का मतलब मेरा सभ्य महाराष्ट्र है और ‘आप’ का मतलब महाराष्ट्र को लूटने वाली पार्टी है।’ उन्होंने कहा कि खटमलों को चुनौती नहीं दी जानी चाहिए, बल्कि कुचल दिया जाना चाहिए।
जवाब में फडणवीस ने कहा कि शाह के खिलाफ ठाकरे की टिप्पणी ने शिवसेना नेता की ‘औरंगजेब फैन क्लब’ के सदस्य के रूप में पहचान स्थापित कर दी है।
ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूछते हैं कि कांग्रेस ने 60-70 साल में क्या किया, लेकिन उन्हें यह बताना चाहिए कि संसद की नयी इमारत, जो बमुश्किल एक साल पहले बनी थी, में ‘लीकेज’ क्यों शुरू हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘यह (केंद्र की) सरकार लीकेज सरकार है। पेपर लीक भी हो रहे हैं।’
ठाकरे ने भाजपा पर जातियों के बीच विभाजन पैदा करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘यह वह हिंदुत्व नहीं है जो छत्रपति शिवाजी ने हमें सिखाया था। यह (जिसे भाजपा ने अपनाया है) औरंगजेब ने सिखाया होगा, जिस पर हम विश्वास नहीं करते। हमारा हिंदुत्व छत्रपति शिवाजी के महाराष्ट्र धर्म को आगे बढ़ाता है।’ अपने खिलाफ बगावत करने वाले विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के मामले में फैसला आने में हो रही देरी को लेकर कटाक्ष करते हुए ठाकरे ने कहा, ‘हमें न्यायपालिका पर भरोसा है। इसका नतीजा 5 से 50 साल में आ जाएगा।’
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख ने यह भी कहा कि लोकतंत्र की दिनदहाड़े ‘हत्या’ की जा रही है लेकिन जनता की अदालत में न्याय होगा। उन्होंने कहा, ‘विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है।
अगर वे (बागी विधायक) अयोग्य ठहराए भी जाते हैं, तो वे चुनाव लड़ सकते हैं। तो क्या हमें न्याय मिला?’ मानसून के दौरान गड्ढों से भरी सड़कों के बारे में उन्होंने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पर निशाना साधा। ठाकरे ने कहा, ‘मुंबई, पुणे और अन्य शहरों सहित हर जगह गड्ढे हैं।
गडकरी ने एक बार कहा था कि वे ऐसी सड़कें बनवाएंगे कि 200 साल बाद भी उन पर एक भी गड्ढा नहीं होगा। लेकिन सड़कों की हालत को देखते हुए गडकरी को ‘खड्डे पुरुष’ का पुरस्कार दिया जाना चाहिए। मुंबई-गोवा हाईवे अभी भी निर्माणाधीन है।’
इस कार्यक्रम में शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने दावा किया कि महाराष्ट्र में ठाकरे के लिए विश्वास की भावना मौजूद है। उन्होंने कहा, ‘अगर हम 288 सीटों पर चुनाव लड़ें, तो हम 160 जीत सकते हैं। महाराष्ट्र में ऐसा (अनुकूल) माहौल है। लेकिन हम अपनी जुबान पर कायम हैं क्योंकि महा विकास आघाडी है।’