रूस ने किया अमेरिकी पत्रकार को रिहा, जासूसी केस में हुई थी सजा, कोल्ड वॉर के बाद कैदियों की सबसे बड़ी अदला-बदली…

रूस-अमेरिका के बीच कैदियों की अदला-बदली को लेकर एक ऐतिहासिक डील हुई है। 

रूस ने हाल ही में कई देशों के बीच कैदियों की अदला-बदली के तहत अमेरिकी पत्रकार इवान गेर्शकोविच समेत 26 लोगों को रिहा कर दिया है।

उल्लेखनीय है कि रूस की एक अदालत ने बीते महीने वॉल स्ट्रीट जर्नल के रिपोर्टर इवान गेर्शकोविच को जासूसी के मामले में दोषी ठहराते हुए 16 साल के कारावास की सजा सुनाई थी।

यह डील जटिल बातचीत और कई देशों की भागीदारी के परिणामस्वरूप संभव हो पाई। वहीं कैदियों की रिहाई की पुष्टि करते हुए व्हाइट हाउस ने इसे अहम कूटनीतिक कदम बताया है। 

व्हाइट हाउस ने कहा कि यह रूस और पश्चिमी देशों के बीच दशकों में सबसे बड़ा कैदी विनिमय है।

कोल्ड वॉर के बाद कैदियों की सबसे बड़ी अदला-बदली
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका, रूस, जर्मनी, पोलैंड, स्लोवेनिया, नॉर्वे और बेलारूस के बीच कैदियों की महत्वपूर्ण अदला-बदली की गई।

इस अदला-बदली के तहत कुल 26 कैदियों को रिहा किया जाएगा। ऐसा बताया जा रहा है कि यह अदला-बदली शीत युद्ध की समाप्ति के बाद इस तरह की पहली बड़ी घटना है।

इस ऐतिहासिक सौदे के तहत रूस ने वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार इवान गेर्शकोविच और पॉल व्हेलन को संयुक्त राज्य अमेरिका को प्रत्यर्पित किया।

सीबीएस के अनुसार, रूस और ग्रेट ब्रिटेन की दोहरी नागरिकता वाले राजनेता व्लादिमीर कारा-मुर्जा को भी रिहा किया। बताते चले कि मुर्जा का परिवार अभी अमेरिका में निवास करता है।

इसके अतिरिक्त, रेडियो लिबर्टी की तातार-बश्किर सेवा के पत्रकार अलसू कुर्माशेवा को भी इस अदला-बदली में रिहा किया गया है। उनके पास रूस और अमेरिका दोनों देशों की नागरिकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× Whatsaap