प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार):
ज्योतिष शास्त्र में शनि को कर्म या न्याय देवता कहा जाता है।
नवग्रहों में शनि सबसे धीमी गति से गोचर करते हैं। शनि एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करीब ढाई साल में करते हैं। शनिदेव ने जनवरी 2023 में अपनी स्वराशि कुंभ में प्रवेश किया था और ढाई साल इसी राशि में रहेंगे।
29 मार्च 2025 को शनि कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। शनि के मीन राशि में गोचर करने से मेष राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती प्रारंभ होगी और मकर राशि वालों को साढ़ेसाती से छुटकारा मिलेगा।
जानें शनि का मीन गोचर किन राशियों की करेगा चांदी-
मकर राशि- मकर राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण चल रहा है। शनि के मीन राशि में गोचर करते ही मकर राशि वालों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी।
शनि प्रकोप हटते ही मकर राशि वालों को सकारात्मक परिणाम की प्राप्ति होगी। नौकरी पेशा से जुड़े नए अवसरों की प्राप्ति होगी। आय के एक से अधिक स्रोत बनेंगे। अटके हुए धन की वापसी हो सकती है। छात्र परीक्षाओं में सफल होंगे।
3. वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि वाले शनि के मीन राशि में जाते ही शनि ढैय्या से मुक्ति पा जाएंगे। ढाई साल बाद वृश्चिक राशि से शनि की तिरछी नजर हटेगी। शनि का अशुभ प्रभाव हटने से आपके मन की इच्छा पूरी होगी।
आप धार्मिक व मांगलिक कार्यक्रम में हिस्सा बनेंगे। कुछ जातकों का विदेश जाने का सपना पूरा हो सकता है। नौकरी पेशा वाले जातकों को पदोन्नति मिल सकती है। भाग्य का साथ मिलेगा, जिससे आपको आकस्मिक धन लाभ होगा।