प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
यह नक्षत्र परिवर्तन, विनाश और तूफान का प्रतिनिधित्व करता है।
यह नक्षत्र आकाश में हीरे की तरह है, जो अच्छी और मजबूत मानसिक क्षमता को दर्शाता है। इस नक्षत्र को राहु नियंत्रित करता है इसलिए इस नक्षत्र के जातक तेज और खतरनाक होते हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार राहु आर्द्रा नक्षत्र के शासक ग्रह हैं।
इस नक्षत्र में पैदा होने वाले व्यक्ति बाहर से कठोर और अंदर से दयालु होते हैं। सामने वाले व्यक्ति के मन में क्या चल रहा है यह आसानी से भांप लेते हैं। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों के अपने उच्च अधिकारियों और सरकार से अधिक मधुर संबंध होते हैं।
इन जातकों में दुनियादारी को समझने की विशेष समझ होती है। विपरीत परिस्थितियों में सहजता से सफलता प्राप्त कर लेते हैं। आर्द्रा नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति नौकरी के साथ-साथ व्यापार करने की भी योग्यता रखते हैं।
इस नक्षत्र में जन्मे लोग इलेक्ट्रॉनिक्स, राजनेता, कंप्यूटर विश्लेषक, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, विद्युत अभियंता, जासूस, न्यूरोलॉजिस्ट, वीडियो गेम डेवलपर, मनोचिकित्सक व विज्ञान तथा कथा-लेखन इत्यादि के क्षेत्र में जा सकते हैं। इनका 32 वर्ष से लेकर 42 वर्ष तक का समय शुभ होता है।
इस नक्षत्र में जन्मे लोगों के विवाह आमतौर पर देर से होते हैं। अपने जीवनसाथी के साथ संबंधों में तनाव रहता है। इन्हें दांपत्य जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
इस नक्षत्र में जन्मे लोगों को विवाह देर से करना चाहिए। इस नक्षत्र के पुरुष जातकों को कुछ बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। आपको दांतों की समस्या, दिल से संबंधित समस्या, सूखी खांसी या अस्थमा, नाक-कान की समस्या और पक्षाघात से सावधान रहना चाहिए।
आर्द्रा नक्षत्र में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली पत्थर माणिक होता है और इस नक्षत्र में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली संख्या 2, 4, 7 और 9 है।
इस नक्षत्र में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली रंग लाल और बैंगनी होते हैं। इस नक्षत्र में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली दिन मंगलवार और गुरुवार है।