अमेरिका में जारी राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मी के बीच गुरुवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कमला हैरिस से मुलाकात की।
इस मुलाकात में कमला हैरिस ने हमास के द्वारा बंधक बनाए गए अमेरिकी नागरिकों के मुक्त करवाने का मुद्दा उठाया।
इसके अलावा उन्होंने नेतन्याहू को दो टूक सुनाते हुए कहा कि गाजा में मासूमों की हत्या पर वह चुप नहीं रहेंगी। उन्होंने बेंजामिन नेतन्याहू से कहा कि तत्काल बातचीत के जरिए युद्धविराम की जरूरत है।
नेतन्याहू से मुलाकात के बाद हैरिस ने कहा कि गाजा में युद्धविराम बेहद जरूरी हो गया है। यहां लाखों की संख्या में मासूमों की जान पर बनी है और वे भुखमरी के शिकार हैं।
हैरिस ने कहा, मैंने हमास के बंधकों के परिवारों से भी मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया कि वे अकेले नहीं हैं। हैरिस ने कहा कि वह गाजा के लोगों की दिक्कतों को लेकर चुप नहीं रहेंगी।
उन्होंने कहा कि इजरायल को अपने बचाव का अधिकार है लेकिन बीते 9 महीने में जो कुछ भी हुआ वह बेहद खतरनाक और विनाशकारी है।
हैरिस ने कहा कि गाजा की स्थिति देखने लायक नहीं रह गई है। बच्चों की लाशें देखकर हर कोई परेशान हो जाता है। लोग अपनी जान बचाने के लिए भागते फिर रहे हैं।
गाजा के लोग भुखमरी का शिकार हैं। यह एक बड़ी त्रासदी है और इससे आंख नहीं चुराई जा सकती। इसको देखकर हमें बहुत पीड़ा होती है। बता दें कि कमला हैरिस संभावित डेमोक्रेट उम्मीदवार हैं।
बता दें कि गाजा के युद्ध से डेमोक्रेटिक पार्टी में भी इस मामले को लेकर दो धड़े बन गए हैं। हालांकि कमला का बयान पार्टी में बैलेंस बनाने वाला लगता है।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति हैरिस ने कहा कि सभी लोग आतंकवाद, हिंसा, इस्लामोफोबिया और हेट की आलोचना करते हैं। हालांकि मानवता का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
गाजा में 20 लाख लोग भुखमरी के शिकार हैं। इससे पहले नेतन्याहू ने जो बाइडेन से भी मुलाकात की थी।