सैयद जावेद हुसैन (सह – संपादक, छत्तीसगढ़):
एसपी ने भी रक्षित निरीक्षक के साहस पर दी शाबाशी।
धमतरी- पुलिस के रक्षित निरीक्षक दीपक शर्मा छुट्टी मनाने अपने परिवार के साथ गोवा गए थे। वहीं मुंबई में रहने वाले गुजराती परिवार के 50 लोगों के अमुलक ग्रुप से पुरूष एवं महिलाएं भी गोवा आए हुए थे।
सभी 19 जुलाई को कैंडोलिम बीच में समुद्र तट पर घुमने के लिए पहुंचे थे।
जहां मुंबई से आए कुछ लोग समुद्र में नहा रहे तभी अचानक आई खतरनाक समुद्री लहर की चपेट में 2 महिला व एक पुरुष समुद्र की गहराई की ओर खिंचते चले गये।
इस दौरान डूबने वाले लोगों ने बचाव बचाव की आवाज लगाई, जहां तट में मौजूद छत्तीसगढ़ धमतरी पुलिस के रक्षित निरीक्षक दीपक शर्मा जिनकी गोद में 10 माह का बच्चा था ने बिना कोई देर किए अपनी पत्नी की गोद में बच्ची को देकर अपनी जान की परवाह न करते हुए तीन लोगों की जान बचाने समुद्री लहर में छलांग लगा दी जिसमें मुंबई की एक महिला की जान उन्होंने बचा ली, जबकि दो लोगों को नहीं बचाया जा सका।
इस दौरान स्वयं भी लहर की चपेट में आ गए थे, लेकिन साहस का परिचय देते हुए मुंबई की महिला कल्पना को बचा लिया।
जबकि दो लोग पंकज दोषी एवं हर्षिता दोषी गहरे समुद्र में डूब गए।
इस घटना से उक्त ग्रुप के साथ-साथ उनके इष्ट मित्र परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई।
एक महिला की जान बचाने के लिए धमतरी के रक्षित निरीक्षक के अदम्य साहस पर वहां उपस्थित लोगों ने सलाम किया।
समुद्री लहर में फंसी एक महिला को तो उन्होंने बचा लिया, लेकिन दो लोगों को न बचा पाने का काफी अफसोस वे ज़ाहिर किये।
इस साहसिक कार्य के लिए प्रदेश अध्यक्ष सर्व गुजराती समाज छ.ग. प्रीतेश गांधी, गुजराती समाज के कीर्ति शाह, योगेश गांधी, सुधीर गांधी, कमलेश गांधी, लख्खू भाई, राजेंद्र शर्मा, दिलीप सोनी ने रक्षित निरीक्षक दीपक शर्मा का सम्मान किया और कहा कि अपनी जान जोखिम में डालकर भयानक लहर से लड़ते हुए एक महिला को बचाने में शर्मा जी का अदम्य साहस सम्मान का हकदार है।
पुलिस अधीक्षक आंजनेय वार्ष्णेय ने भी रक्षित निरीक्षक दीपक शर्मा की प्रशंसा करते हुए उन्हें इस साहसिक कार्य पर शाबाशी दी।