सोमवार यानी 14 जुलाई को ओमान के पास समुद्र में कोमोरोस ध्वज वाला एक तेल टैंकर पलट गया था, जिसमें चालक दल के 16 सदस्य लापता हो गए थे।
चालक दल के 16 लोगों में 13 भारतीय हैं। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया है कि उनमें से 9 नाविकों को बचा लिया गया है।
इनमें से 8 भारतीय हैं जबकि एक श्रीलंकाई नागरिक हैं। इस हादसे में शेष भारतीय चालक दल के सदस्यों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।
बता दें कि भारतीय नौसेना का एक युद्धपोत डूब क्षेत्र के आसपास खोज एवं बचाव (एसएआर) अभियान चला रहा है, जबकि ओमान ने खोज अभियान के लिए समुद्री सुविधायें उपलब्ध कराई हैं। एमटी फाल्कन प्रेस्टीज ने 14 जुलाई को लगभग दस बजे ओमान के तट पर एक संकट कॉल भेजा था।
हादसे के बाद ओमानी सेंटर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि प्रेस्टीज फाल्कन नामक टैंकर के चालक दल में 13 भारतीय नागरिक और तीन श्रीलंकाई शामिल थे।
एलएसईजी के शिपिंग डेटा से पता चला है कि टैंकर यमन के अदन बंदरगाह की ओर जा रहा था तभी ओमान के प्रमुख औद्योगिक बंदरगाह दुकम के पास पलट गया था।
यह जहाज 2007 में निर्मित 117 मीटर लंबा तेल उत्पाद टैंकर है। ऐसे छोटे टैंकरों का उपयोग आमतौर पर छोटी तटीय यात्राओं के लिए किया जाता है।
समुद्री सुरक्षा केंद्र ने हादसे के बाद कहा था कि जहाज पलटकर डूब रहा है। इससे इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी थी कि जहाज समंदर के अंदर स्थिर हो गया है या उसमें से तेल या तेल उत्पादों का रिसाव हो रहा है या नहीं।