मुंबई में बीएमडब्लू केस का मुख्य आरोपी मिहिर शाह अभी भी फरार है।
इस बीच मिहिर शाह को लेकर कई जानकारियां सामने आई हैं। इसमें सबसे ज्यादा चौंकाने वाली जानकारी तो मिहिर के एजुकेशनल बैकग्राउंड को लेकर है।
जानकारी के मुताबिक मिहिर शाह ने मात्र 10वीं तक की पढ़ाई की है। इसके बाद उसने पढ़ाई से बिल्कुल तौबा ही कर ली। बताया जाता है कि पढ़ाई छोड़ने के बाद से ही मिहिर अपने पिता के कारोबार में हाथ बंटाने में लग गया।
गौरतलब है कि मुंबई के वर्ली इलाके में रविवार सुबह बेकाबू बीएमडब्ल्यू कार ने एक दोपहिया वाहन को उड़ा दिया। हादसे में बाइक पर सवार एक महिला की मौत हो गई। पुलिस ने शिवसेना नेता सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जाता है कि जिस बीएमडब्लू कार से हादसा हुआ है उसे मिहिर ही चला रहा था। एक तरफ मिहिर शाह की तलाश के लिए पुलिस टीमें लगी हुई हैं।
वहीं दूसरी तरफ उसके बारे में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं। आज तक के मुताबिक 24 साल के मिहिर ने मात्र हाईस्कूल तक पढ़ाई की है।
इसके बाद उसने स्कूल जाना ही बंद कर दिया। पढ़ाई छोड़ने के बाद वह अपने पिता एकनाथ शिंदे गुट के नेता राजेश शाह के कारोबार में हाथ बंटाने लगा। राजेश शाह का कंस्ट्रक्शन और रियल एस्टेट का बिजनेस है।
हादसे में मारी गई महिला की पहचान कावेरी नवखा के रूप में हुई है। वर्ली थाने के एक अधिकारी ने बताया कि महिला की पहचान 45 वर्षीय कावेरी नखवा के तौर पर की गई है।
वह सुबह करीब साढ़े पांच बजे एनी बेसेंट रोड पर अपने पति प्रदीप नखवा के साथ दुपहिया वाहन से जा रही थीं, तभी बीएमडब्ल्यू कार के चालक ने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया।
अधिकारी ने बताया कि कावेरी सड़क पर गिर गईं। आसपास के लोगों ने पुलिस को घटना के बारे में सूचना दी। कावेरी को सरकारी नायर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कावेरी और उनके पति मछुआरा समुदाय से हैं और वे कोलाबा में ससून डॉक से अपने घर जा रहे थे।
उधर मिहिर शाह की तलाश के लिए पुलिस की छह टीमें लगी हुई हैं। वर्ली पुलिस ने बताया कि मिहिर शाह (शिवसेना नेता राजेश शाह का बेटा) और राजर्षि बिदावर कथित तौर पर बीएमडब्ल्यू कार में मौजूद थे।
राजेश शाह और राजर्षि बिदावर गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि उसका बेटा अभी भी फरार है।
यह मामला ऐसे वक्त में सामने आया है जब दो महीने से भी कम समय पहले 19 मई को पुणे के कल्याणी नगर में पोर्श कार दुर्घटना हुई थी।
इसमें कथित तौर पर शराब के नशे में गाड़ी चला रहे नाबालिग ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी, जिसमें दो आईटी पेशेवरों की मौत हो गई थी।
यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर तब सुर्खियों में आया जब किशोर न्याय बोर्ड ने लड़के को आसान शर्तों पर जमानत दे दी थी।