उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड वाले सूरज पाल उर्फ भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि को लेकर एक और खुलासा हुआ है।
खबर है कि उनके पास कम से कम 100 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इतना ही नहीं, उनके आश्रमों की संख्या भी करीब 24 है।
फिहलाल, पुलिस को बाबा की तलाश है। मंगलवार को सत्संग के बाद मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, मामले के जानकार बताते हैं कि बाबा के पास कई लग्जरी कारें हैं। साथ ही उनके पास करीब 100 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
खास बात है कि पाल की आय का स्रोत अब तक साफ नहीं हो सका है, क्योंकि उनके अधिकांश फॉलोअर्स गरीब लोग हैं। खास बात है कि बाबा ने भगदड़ मचाने के आरोप ‘असामाजिक तत्वों’ पर लगाए हैं।
होती थी सुपरस्टार जैसी एंट्री
अखबार से बातचीत में एक शख्स ने बताया कि जब बाबा की भक्तों के बीच एंट्री होती थी, तब वह सफेद रंग के थ्री-पीस सूट, टाई और स्टाइलिश चश्मा लगाए हुए होते थे।
खास बात है कि वह अकेले नहीं पूरे काफिले के साथ चलते थे। जिसमें 350 सीसी की मोटरसाइकिल्स पर 16 कमांडो होते थे। बाबा के काफिले में 15 से 30 वाहन शामिल होते थे।
इन सभी के अलावा बाबा के सेवादार हल्के गुलाबी कपड़ों में हाथ में बैटन लिए खड़े होते थे और काफिले के लिए रास्ता तैयार करते थे।
इस दौरान इस बात का खास ध्यान रखा जाता था कि कोई भी फिल्म न बनाएं और न ही फोटो खींचे। इस दौरान पाल खुद सफेद रंग की टोयोटा फॉर्चुनर में होते थे, जिसके सीट कवर सफेद रंग के हैं।
अखबार से चर्चा में बाबा के 11 साल पुराने भक्त अनिल कुमार बताते हैं, ‘बाबा को सुरक्षा के लिए पुलिस और प्रशासन पर भरोसा नहीं था।
‘ उन्होंने कहा, ‘इसके बजाए वह अपने हजारों सेवादारों पर भरोसा करते थे, जो उनकी सुरक्षा का ध्यान रखते थे। सेवादार बनने के लिए एक औपचारिक आवेदन प्रक्रिया होती है, जिसके बाद सिलेक्शन किया जाता है। उन्हें पेमेंट, भोजन और आश्रम में ही रहने की सुविधा मिलती है।’
सूरज पाल का आलीशान आश्रम
खबर है कि सूरज खुद मैनपुरी आश्रम में रहते थे, जो 21 बीघा में फैला हुआ है। इसका नाम हरि नगर है। खास बात है कि इस आश्रम में 6 कमरे सिर्फ बाबा और उनकी पत्नी के लिए थे।
मैनपुरी आश्रम में एंट्री पर ही एक बोर्ड लगा हुआ है, जिसपर दानदाताओं की जानकारी लिखी हुई है। खास बात है कि इस लिस्ट में 10 हजार से लेकर 2.5 लाख रुपये तक के दानदाता दर्ज हैं।
अखबार से बातचीत में एक अन्य व्यक्ति ने कहा, ‘हमारी जानकारी बाबा देशभर में फैले हुए 24 आश्रमों का ध्यान रखते थे। तीन साल पहले हुआ यह आश्रम उनका घर और काम करने की जगह था।’
बीते साल ही श्री नारायण हरि साकार चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना हुई है। अब इसके अन्य सहायक ट्रस्ट्स के क्षेत्र में कई और आश्रम भी हैं।
एक आश्रम कानपुर के बिधनू में है, जहां सेवादार रहते हैं। एक अन्य आश्रम का निर्माण भूपत सराय में चल रहा है। खबर है कि यह 15 बीघा से ज्यादा क्षेत्र में फैला हुआ है।
एक आश्रम पटियाली में भी है, जो 29 बीघा से ज्यादा क्षेत्र में फैला हुआ है।