अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मुकदमे से छूट से जुड़े मामले को सुनवाई के लिए वापस निचली अदालत में भेज दिया।
इस कदम से ट्रंप के खिलाफ वाशिंगटन आपराधिक मामले में सुनवाई लंबी खिंच सकती है। इससे यह संभावना समाप्त हो गई कि पूर्व राष्ट्रपति पर नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले मुकदमा चलाया जा सकता है।
ऐसे में पूर्व राष्ट्रपति को आज उच्चतम न्यायालय से जरूर बड़ी राहत मिली है। ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में अपनी हार को पलटने की साजिश रची थी।
जजों ने 6-3 के ऐतिहासिक फैसले में पहली बार कहा कि पूर्व राष्ट्रपतियों को उनके आधिकारिक कृत्यों के लिए मुकदमे से पूर्ण छूट है, लेकिन अनाधिकारिक कृत्यों के लिए कोई छूट नहीं है।
हालांकि, न्यायाधीशों ने निचली अदालत को आदेश दिया कि वे यह तय करे कि ट्रंप के मामले में निर्णय को कैसे लागू किया जाए।
वहीं, रिपब्लिकन पार्टी के नेता व पूर्व राष्ट्रपति ने कुछ भी गलत करने से इनकार किया। उन्होंने दावा किया है कि यह अभियोजन और 3 अन्य मामले उन्हें व्हाइट हाउस में वापस आने से रोकने के लिए राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं।
दोषी ठहराए जाने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बने ट्रंप
मई में ट्रंप न्यूयॉर्क की अदालत में एक अपराध के लिए दोषी ठहराए जाने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बने। उन्हें 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान एक पोर्न अभिनेत्री को पैसे दिए जाने के प्रकरण को छिपाने के लिए कारोबारी रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का दोषी पाया गया था।
पोर्न एक्ट्रेस का दावा है कि ट्रंप ने उसके साथ यौन संबंध बनाए थे और इसका खुलासा नहीं करने के लिए धन का भुगतान किया था।
हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति ने इन आरोपों से इनकार किया है। डोनाल्ड ट्रंप अब भी तीन अन्य मामलों में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।