प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार):
ग्रहों के न्यायाधीश शनि एक निश्चित अवधि में राशि परिवर्तन करते हैं।
राशि परिवर्तन के अलावा शनि अपनी चाल में बदलाव भी करते हैं। वर्तमान में शनि कुंभ राशि में विराजमान हैं और 29 जून को इसी राशि में वक्री होने जा रहे हैं। जब कोई ग्रह वक्री अवस्था में आता है तो इसका अर्थ है कि उलटी चाल।
शनि कब होंगे वक्री- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि 29 जून को वक्री चाल शुरू करेंगे। शनि करीब 135 दिन तक वक्री रहेंगे।
ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि शनि की वक्री चाल का सबसे ज्यादा प्रभाव तीन राशियों पर पड़ेगा। जानें इन राशियों के बारे में-
1. वृषभ राशि- शनि की वक्री चाल वृषभ राशि वालों के लिए बहुत ही लाभकारी सिद्ध होगी। नौकरी में प्रमोशन का इंतजार कर रहे लोगों को इस अवधि में खुशखबरी मिल सकती है। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। अध्यात्म में रुचि बढ़ेगी। माता-पिता का सहयोग प्राप्त होगा। धन के नए स्त्रोत बनेंगे, पुराने स्त्रोत से भी धन का आगमन होगा। इस अवधि में आपकी आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
2. कन्या राशि- शनि की उलटी चाल कन्या राशि वालों के लिए बहुत ही लाभकारी रहने वाली है। इस अवधि में आपके वैवाहिक जीवन की परेशानियां दूर हो जाएंगी। जीवनसाथी के सहयोग से धन लाभ संभव है। व्यापारी शनिदेव की कृपा से अच्छा लाभ कमा सकते हैं। व्यापार का विस्तार हो सकता है। धन लाभ के प्रबल योग बनेंगे।
3. कुंभ राशि- कुंभ राशि वालों के लिए शनि की उलटी चाल बहुत ही फायदेमंद रहने वाली है। इस अवधि में आपके अटके हुए काम पूरे हो सकते हैं। कार्यों में सफलता हासिल हो सकती है। कोर्ट-कचहरी के मामलों में विजय मिल सकती है। रोजी-रोजगार में तरक्की मिल सकती है। व्यापारियों को भी पहले की तुलना में ज्यादा मुनाफा होगा।