रूस के दागिस्तान में चर्च और पुलिस चौकी पर हमला कर कम से कम 15 लोगों की जान लेने वाले पांचों बंदूकधारियों को मार गिराया गया है।
रूस की समाचार एजेंसियों ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी है। हमलावरों ने एक यहूदियों के प्रार्थनास्थल, एक चर्च और पुलिस पोस्ट को निशाना बनाया था।
इसमें 15पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और कम से कम 12 लोग घायल हो गए। यहूदियों के धर्मस्थल में आग भी लगा दी गई थी।
रूस के गृह मंत्रालय ने कहा था कि अज्ञात हमलावरों ने ऑटोमैटिक हथियारों से तीनों जगह पर हमला किया। दरअसल रविवार को रूस के ऑर्थोडॉक्स चर्च में पेंटीकोस्ट संडे था और इस दिन धार्मिक अवकाश था।
सरकार ने बाताया कि चर्च में 19 लोग फंसे हुए थे जिन्हें बाद में निकाला गया। वहीं दागिस्तान प्रशासन ने बताया कि बंदूकधारियों ने शहर से 65 किलोमीटर दूर एक गांव में पुलिस की गाड़ी पर हमला कर दिया। इसमें एक पुलिसकर्मी घायल हुआ है।
रूसी समाचार एजेंसियों के हवाले से आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि घटनाओं के सामने आने पर पांचों बंदूकधारियों को गोली मार दी गई है।
अशांत दागिस्तान 2000 के दशक में पड़ोसी चेचन्या से फैल रहे इस्लामी विद्रोह से प्रभावित था, रूसी सुरक्षा बल इस क्षेत्र में चरमपंथियों से निपटने के लिए आक्रामक रूप से आगे बढ़ रहे थे।
इज़रायल में, विदेश मंत्रालय ने कहा कि डर्बेंट में धर्मस्थल को जला दिया गया और माखचकाला में दूसरे धर्मस्थल पर गोलियां चलाई गईं।
बयान में कहा गया है कि ऐसा माना जाता है कि उस समय धर्मस्थल में कोई मौजूद नहीं था। रूसी अधिकारियों ने क्षेत्र में पिछली घटनाओं में उग्रवादी मुस्लिम तत्वों की ओर इशारा किया है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस घटना के संबंध में पश्चिम और यूक्रेन पर रूस के अंदर अशांति फैलाने का आरोप लगाया।