गाजा में आतंकियों को पकड़ने गई इजरायली सेना ने शनिवार को एक उपद्रवी को जीप के आगे बांधकर घुमाया। घटना शनिवार की है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
सेना ने रविवार को कहा कि इजराइली सैनिकों ने वेस्ट बैंक के कब्जे वाले शहर जेनिन में छापे के दौरान एक घायल फिलिस्तीनी व्यक्ति को सैन्य वाहन से बांध दिया।
आतंकियों के साथ मुठभेड़ में ये संदिग्ध घायल हुआ था। सेना ने कहा कि वह कुछ वांछित आतंकियों को पकड़ने के लिए वेस्ट बैंक के वादी बुरकिन इलाके में गई थी।
जीप पर बांधे गए शख्स की पहचान जेनिन के फिलिस्तीनी निवासी मुजाहिद आजमी के तौर पर हुई है, आलोचना के बाद इजरायली सेना ने माना है कि उसके सैनिकों से गलती हुई है।
सेना ने दिए जांच के आदेश
इजरायल सेना के अधिकारियों ने कहा, ये घटना सेना के मूल्यों के अनुरूप नहीं है इस घटना की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। घायल व्यक्ति को उपचार के लिए फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट में स्थानांतरित कर दिया गया है।
आतंकियों का गढ़ रहा है जेनिन
जेनिन लंबे समय से फिलिस्तीनी आतंकियों का गढ़ रहा है। इजरायली सेना नियमित रूप से शहर और आस-पास के शरणार्थी शिविर में छापेमारी करती है। शनिवार को सेना एक सूचना के बाद संदिग्ध आतंकियों को पकड़ने पहुंची थी, जिस दौरान ये संदिग्ध व्यक्ति घायल हो गया और सेना द्वारा पकड़ लिया गया।
जीप के बोनट पर बांधकर उसे मानव ढाल की तरह इस्तेमाल करने के बाद इस घायल व्यक्ति को इलाज के लिए रेड क्रीसेंट को सौंप दिया गया।
भारतीय सेना ने भी पत्थरबाज को गाड़ी से बांधा था
अप्रैल 2017 में भारत में भी ऐसा मामला देखने को मिला था। भारतीय सेना कश्मीर में एक स्थानीय युवक को जीप के बोनट पर बांधकर गाड़ी चलाई थी।
पत्थरबाजों से बचाने के लिए सेना ने ऐसा किया। 26 साल का फारूक अहमद डार था, जो पेशे से दर्जी था और बडगाम का रहने वाला था। राष्ट्रीय राइफल्स के एक मेजर के ऐसा किया था।