तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में बुधवार को जहरीली शराब पीने से कम से कम 29 लोगों की मौत हो गयी और 60 से अधिक लोग बीमार हो गये, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जेआईपीएमईआर में भर्ती कुछ लोगों की हालत गंभीर है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि ये मौतें अवैध शराब के सेवन के कारण हुई हैं, जबकि जिला प्रशासन ने इसका खंडन किया है।
स्वास्थ्य मंत्री एम. सुब्रमण्यम सहित स्टालिन सरकार में शामिल तीन वरिष्ठ मंत्री स्थिति की निगरानी के लिए कल्लाकुरिची पहुंचे हैं।
इस बीच, पीएमके संस्थापक डॉ. एस. रामदास ने लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया और कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को मौतों और अवैध शराब की समस्या को रोकने में विफल रहने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। आपको बता दें कि स्टालिन के पास गृह विभाग की भी जिम्मेदारी है।
उन्होंने पीड़ितों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये की सहायता राशि देने और अस्पताल में भर्ती लोगों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की मांग की।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने भी मौतों पर शोक जताया। उन्होंने राज्य सरकार पर राज्य में अवैध शराब की समस्या को नियंत्रित करने के लिए कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया।
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले विल्लुपुरम जिले के मरक्कनम और चेंगापट्टू जिले के मदुरंतकम में भी जहरीली शराब पीने से 20 से अधिक लोगों की मौत हो गयी थी।
स्टालिन ने जताया दुख
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने बुधवार रात कल्लाकुरिची जिले में जहरीली शराब त्रासदी पर दुख व्यक्त करते हुए जीवन और समाज को बर्बाद करने वाली ऐसी बुराइयों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया। स्टालिन ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा “कल्लाकुरिची में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत की खबर सुनकर मैं हैरान और दुखी हूं।”
उन्होंने कहा, “इस मामले में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।” उन्होंने कहा कि इसे रोकने में विफल रहने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई की गयी है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर जनता ऐसे अपराधों में शामिल लोगों के बारे में जानकारी देगी तो तत्काल कार्रवाई की जायेगी।