प्रियंका प्रसाद (ज्योतिष सलाहकार) :
गजकेसरी राजयोग का शुभ संयोग तब बनता है जब धन व सुख-संपदा के कारक गुरु व मन के कारक चंद्रमा एक ही राशि में विराजमान होते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गजकेसरी राजयोग का संयोग सिर्फ ग्रहों की युति से नहीं बनता बल्कि अगर चंद्रमा किसी राशि में गोचर कर गए हों और उस राशि में गुरु की शुभ दृष्टि पड़ रही हो तो भी गजकेसरी राजयोग का निर्माण होता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, करीब 12 साल बाद 14 जून 2024 को कन्या राशि में गुरु व चंद्रमा की युति होने से गजकेसरी राजयोग का निर्माण हो रहा है।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, चंद्रमा 14 जून की सुबह 01 बजकर 54 मिनट पर कन्या राशि में प्रवेश करेगा और 16 जून को 12 बजकर 35 मिनट तक इसी राशि में रहेगा।
कन्या राशि में गुरु की पंचम दृष्टि पड़ने से गजकेसरी राजयोग का शुभ संयोग बन रहा है। गजकेसरी राजयोग से कुछ राशि के जातकों को आर्थिक रूप से खूब लाभ मिलेगा। जानें इन राशि के बारे में-
कर्क राशि- गुरु की पंचम दृष्टि कर्क राशि के तीसरे घर पर पड़ रही है। इस अवधि में जातकों को भाग्य का पूरा सहयोग मिलेगा और नए कार्यों को करने के लिए उनमें भरपूर एनर्जी रहेगी। आप जिस काम में पूरे मन से मेहनत करेंगे और उनमें सफलता भी हासिल करेंगे। भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते मजबूत होंगे। अगर आप उच्च शिक्षा हासिल करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको विदेश जाने का मौका मिल सकता है।
मिथुन राशि- चंद्रमा मिथुन राशि के चौथे भाव में प्रवेश करेगा। यह अवधि आपके लिए सबसे शुभ फलदायी रहने वाली है। इस अवधि में आपकी सुख-सुविधाएं बढ़ेंगी और आपका मानसिक तनाव भी कम होगा। जीवन में सुख-शांति का माहौल रहेगा। अगर संपत्ति को लेकर किसी प्रकार का विवाद चल रहा है तो वह भी अब समाप्त हो जाएगा। नौकरीपेशा जातक अपने काम से अपने सीनियर्स को खुश रखने में सफल रहेंगे।
धनु राशि- धनु राशि के दसवें भाव में गजकेसरी राजयोग बनने जा रहा है। इस अवधि में जातकों को सभी तरह की भौतिक सुख-सुविधाएं प्राप्त होने की संभावना है। नौकरीपेशा जातकों के लिए भी यह बहुत अच्छा समय है। अपने करियर में सफलता पाने के लिए आप जो भी प्रयास कर रहे हैं वह सार्थक होगा और आपको अपने प्रयासों में सफलता मिलेगी।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।