महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और भारतीय जनता पार्टी नेता चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक यानी RSS को ‘डांटने’ का पूरा अधिकार है।
संघ के मुखपत्र ऑर्गेनाइजर में प्रकाशित लेख में भाजपा और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के साथ गठबंधन पर सवाल उठाए थे। खास बात है कि महाराष्ट्र में भाजपा की लोकसभा सीटों की संख्या घट गई है।
रिपोर्ट के अनुसार, पाटिल ने कहा, ‘जैसे माता-पिता उनके बच्चों के सलाह देते हैं, वैसे ही हम RSS से सलाह लेते हैं। अगर बच्चा कोई गलती करता है, तो पैरेंट्स डांटते हैं और सुझाव देती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि माता-पिता उनके बच्चों के खइलाफ हैं। आरएसएस के पास डांटने का और किसी भी मुद्दे पर अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है।’
पाटिल ने कहा, ‘हम उन अहंकारी बच्चों में से नहीं है, जो माता-पिता की बात को न मानें।’ उन्होंने कहा, ‘आरएसएस के पास हमारी गलतियों को सुधारने का पूरा अधिकार है।’
खास बात है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी केंद्र में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने मणिपुर मुद्दे पर प्रतिक्रिया न देने और पार्टी नेताओं के अहंकार पर सवाल उठाए थे।
भगवान राम ने अहंकार पर प्रहार किया: इंद्रेश कुमार
पीटीआई भाषा के अनुसार, संघ नेता इंद्रेश कुमार ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि जो पार्टी राम की पूजा करती थी, वह अहंकारी हो गई, ऐसे में 2024 के चुनाव में वह सबसे बड़ी पार्टी बन तो गई, लेकिन जो उसे सत्ता (अकेले पूर्ण बहुमत) मिलनी चाहिए थी, उसे भगवान राम ने अहंकार के कारण रोक दिया।
उन्होंने कहा कि जो लोग राम का विरोध करते थे, उनमें से किसी को भी सत्ता नहीं मिली, यहां तक कि सभी को मिलाकर दूसरे नंबर पर खड़ा कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि भगवान का न्याय बडा सत्य है, बड़ा आनंददायक है। उन्होंने स्पष्ट रूप से सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन दोनों पर निशाना साधा। हालांकि, उन्होंने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया।