ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के सांसद साकेत गोखले ने बड़ा दावा किया है।
उनका कहना है कि भाजपा के तीन सांसद टीएमसी के संपर्क में हैं और लोकसभा में जल्दी ही भाजपा की ताकत घटकर 237 ही रह जाएगी।
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को 240 सीटों पर ही जीत मिली है और वह फिलहाल टीडीपी, जेडीयू जैसे कई दलों के साथ मिलकर केंद्र में गठबंधन सरकार चला रही है।
ऐसे में यदि उसके ही तीन सांसद पाला बदल लेते हैं तो फिर मुश्किल होगी। वहीं साकेत गोखले के बयान पर बंगाल भाजपा ने जवाब दिया है और कहा कि ऐसे दावे बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी की प्रदेश इकाई एकजुट है।
लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल की 42 सीट में से 29 पर जीत दर्ज की।
वहीं राज्य में भाजपा की सीट संख्या 2019 के 18 से घटकर 12 हो गई। टीएमसी के राज्यसभा मेंबर गोखले ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘अभी लोकसभा में भाजपा का संख्या बल 240 और INDIA अलायंस का 237 है।
पश्चिम बंगाल में भाजपा के तीन सांसद हमारे संपर्क में हैं और जल्द ही एक सुखद आश्चर्य होगा। उसके बाद भाजपा का संख्या बल घटकर 237 रह जाएगा जबकि INDIA गठबंधन के सांसदों की संख्या बढ़कर 240 हो जाएगी।’
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी का गठबंधन टिकाऊ नहीं है। यह ज्यादा दिन चल नहीं पाएगा। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा 240 सीट पर जीत दर्ज करने के साथ बहुमत के आंकड़े से चूक गई, लेकिन एनडीए ने 293 सीट के साथ बहुमत का आंकड़ा हासिल कर लिया।
कांग्रेस ने 99 सीट पर जीत दर्ज की, जबकि ‘इंडिया’ गठबंधन ने 234 सीट हासिल की। चुनाव के बाद दो विजेता निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी कांग्रेस को समर्थन देने का वादा किया, जिससे विपक्षी गठबंधन का संख्या बल बढ़कर 236 हो गया है।
एग्जिट पोल से शेयर बाजार में नुकसान का दावा, सेबी से शिकायत
गोखले के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल दिन में सपने देख रही है। उन्होंने कहा, ‘2014 से ही तृणमूल कांग्रेस केंद्र सरकार में महत्वपूर्ण ताकत बनने के दिन में सपने देखती रही है।
लेकिन एक बार नहीं बल्कि तीन बार उसकी उम्मीदें टूट गईं। भाजपा और राजग एकजुट है। बंगाल से भाजपा का कोई सांसद तृणमूल के संपर्क में नहीं है।’
गौरतलब है कि साकेत गोखले ने एग्जिट पोल के दावों और वास्तविक नतीजों में अंतर को लेकर सेबी से शिकायत की है।
उन्होंने कहा कि चुनाव नतीजों की ओर इशारा करते हुए लोगों से शेयर में निवेश करने के लिए कहा गया था। इसलिए भाजपा नेताओं के बयानों की जांच होनी चाहिए। इससे निवेशकों का पैसा डूबा है।