यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध को दो साल से अधिक का वक्त हो गया है और जंग और भी खतरनाक मोड ले चुकी है।
इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूरोपीय देश जर्मनी को चेतावनी दी है कि अगर उसने यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति की तो अंजाम भुगतने होंगे।
पुतिन ने कहा कि जिस तरह पश्चिमी देश यूक्रेन को मदद कर रहे हैं, वह भी उनके खिलाफ युद्ध में कुछ देशों को हथियार सप्लाई पर विचार कर रहा है।
रूस ने जर्मनी को चेताया कि अगर वो नहीं रुका तो हमारे बीच के संबंध हमेशा के लिए समाप्त हो जाएंगे।
दरअसल, जर्मनी ने हाल में अमेरिका के साथ मिलकर यूक्रेन को रूसी धरती पर कुछ लक्ष्यों पर हमला करने के लिए अधिकृत किया है और इसके लिए वह कीव को लंबी दूरी के हथियारों की आपूर्ति कर रहा है।
पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को जर्मन टैंकों की आपूर्ति किया जाना रूस में कई लोगों के लिए एक झटका था।
उन्होंने कहा, ‘‘अब अगर वे रूसी क्षेत्र में प्रतिष्ठानों पर हमला करने के लिए मिसाइलों का उपयोग करते हैं तो इससे रूस और जर्मन के संबंध पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे।’’
पुतिन ने सेंट पीटर्सबर्ग अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच के इतर ‘एसोसिएटेड प्रेस’ समेत अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए यह बात कही।
अमेरिका में कोई भी चुनाव जीते, फर्क नहीं पड़ता
पुतिन ने आगे कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में भले ही किसी की भी जीत हो, इससे रूस-अमेरिका संबंधों में कोई बदलाव नहीं होगा।
पुतिन ने कहा, ‘‘अमेरिका के लोग जिस किसी को भी राष्ट्रपति चुनेंगे, हम उसके साथ काम करेंगे।’’ पुतिन ने यह भी कहा कि एक पॉर्न स्टार को गुप्त तरीके से धन देने के मामले में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पिछले सप्ताह दोषी ठहराया जाना ‘‘आंतरिक राजनीतिक संघर्ष के तहत अदालती प्रणाली के इस्तेमाल’’ का परिणाम है।
रूसी नेता ने इस वार्षिक मंच के जरिये रूस के विकास को दर्शाने और निवेशकों को आकर्षित करने की कोशिश की।
बहरहाल, पत्रकारों के साथ मुलाकात पिछले सत्रों का हिस्सा थीं, लेकिन यूक्रेन में सेना भेजने के बाद से पुतिन ने सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित इस कार्यक्रम में पश्चिमी देशों के पत्रकारों के सवालों का जवाब नहीं दिया है।