लोकसभा चुनाव परिणाम आ चुके हैं और लगातार तीसरी बार मोदी सरकार बनने जा रही है।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी भाजपा पर भारी पड़ी। टीएमसी ने 29-12 से भाजपा को मात दी। अब चुनाव खत्म होने के बाद बंगाल में हिंसा शुरू हो गई है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बुधवार को कई हिस्सों में कई घटनाएं सामने आईं। कूचबिहार में एक भाजपा कार्यकर्ता पर टीएमसी से जुड़े लोगों ने बंदूक से हमला कर दिया।
इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। उधर, नादिया में टीएमसी के युवा नेता के घर देसी बम फेंके गए। जबकि, 24 परगना में कुछ लोगों ने भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों और दफ्तर में तोड़फोड़ की।
पुलिस ने बताया कि लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के एक दिन बाद बुधवार को राज्य भर से चुनाव बाद हिंसा की कई घटनाएं सामने आईं।
कूचबिहार जिले के नताबाड़ी इलाके में एक भाजपा कार्यकर्ता पर कथित तौर पर टीएमसी समर्थक ने बंदूक से हमला किया।
उन्होंने बताया कि कथित घटना के एक वीडियो में स्थानीय निवासियों को टीएमसी कार्यकर्ता का पीछा करते हुए देखा जा सकता है जो अपनी बंदूक लेकर भाग रहा था।
टीएमसी नेता के घर देसी बम फेंका, भाजपा दफ्तर में तोड़फोड़
उधर, नादिया के शांतिपुर में टीएमसी के एक युवा नेता के घर पर कथित तौर पर देसी बम फेंके गए। जबकि, उत्तर 24 परगना जिले के भाटपारा में कुछ लोगों ने कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों में तोड़फोड़ की।
पुलिस ने बताया कि जिले में एक अलग घटना में, मध्यमग्राम इलाके में एक दर्जन से ज़्यादा घरों और भाजपा के दफ़्तर में कुछ लोगों ने कथित तौर पर तोड़फोड़ की।
पुलिस के मुताबिक, हालात पर काबू पाने के लिए केंद्रीय बल मौके पर पहुंचे। जवानों के निकलते ही आरोपी वापस लौटे और इलाके में तोड़फोड़ की।
भाजपा और टीएमसी में घमासान
भाजपा ने जहां टीएमसी पर आरोप लगाए, वहीं सत्तारूढ़ पार्टी ने भी दावा किया है कि यह झड़प भाजपा के भीतर प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच विवाद के कारण हुई।
पुलिस ने बताया कि हावड़ा और दक्षिण 24 परगना जिले के नरेंद्रपुर में भी ऐसी ही घटनाएं सामने आईं, जहां भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों में कथित तौर पर तोड़फोड़ की गई।
दुर्गापुर में एक माकपा नेता की बेटी की दुकान में कथित तौर पर तोड़फोड़ की गई।
अपने पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमलों पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने टीएमसी पर राज्य में “आतंक का राज” फैलाने का आरोप लगाया।
भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, “चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद टीएमसी ने आतंक का राज फैला दिया है।
यह 2021 के राज्य विधानसभा चुनावों के बाद हुई चुनाव के बाद हिंसा की पुनरावृत्ति है।
हम ममता बनर्जी सरकार से अनुरोध करेंगे कि वह सुनिश्चित करें कि ऐसी घटनाएं अब और न हों।” हालांकि इन घटनाओं पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।