बीते दिनों अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को न्यूर्याक की अदालत ने आपराधिक मामलों में दोषी पाया है। इस फैसले से नाराज ट्रंप समर्थकों नें दंगे और सामूहिक हत्या करने की धमकियां दी हैं।
रिपब्लिक पार्टी के कई नामचीन लोगों ने अदालत के इस फैसले को भ्रष्ट, धांधलीपूर्ण बताते हुए इसका मजाक बनाकर खारिज किया है।
अदालत के फैसले पर ट्रंप समर्थकों की टिप्पणी
दक्षिणपंथी ट्रंप सपोर्टर ने सबसे ज्यादा टिप्पणियां की हैं। एक समर्थक ने अपनी तख्ती पर लिखा ‘किसी कैदी को मत लो’। वहीं एक समर्थक ने हत्या का समर्थन करते हुए कहा कि ‘उन्हें रस्सी दे दो’।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि बात करने का समय चला गया है उन्हें कोर्ट के बाहर झूल जाना चाहिए। कुछ लोगों नें प्रतीकात्मक भाषा में अपनी बात लिखी थी।
कुछ लोगों की पोस्ट में ‘शॉर्ट ड्रॉप्स’ लिखा था। इसका एक अर्थ ये निकाला जा रहा है कि ट्रंप के मुकदमें की देख-रेख करने वाले को फांसी दे देनी चाहिए।
मरने-मारने की बातें करने लगे ट्रंप सपोर्टर
एक यूज़र ने लिखा ‘शॉर्ट वॉक एंड लॉंग ड्रॉप्स’ । इसके साथ उसमें हैलीकॉप्टर वाला इमोजी भी लगाया हुआ था। इसका एक अर्थ मौत की उडान से लगाया जा रहा है।
इस तरह के वाक्य का इस्तेमाल इससे पहले चिली और अर्जेंटिना के दक्षिणपंथी नेताओं ने अपने विरोधियों को मौत की सजा दिलाने के लिए प्रयोग किए थे। कुछ लोगों ने लिखा वांमपथिंयो पर लगाम लगाने का समय आ गया है।
मेक अमेरिका ग्रेट अगेन के सपोर्टर मानते हैं कि ट्रंप को दोषी ठहराना तर्कहीन है। ये लोग देश की राजनीति और कानून व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार की ओर इशारा करते हैं।
एक व्यक्ति ने कहा कि दस लाख लोगों को हथियारों के साथ वाशिंगटन जाना चाहिए और सबको फांसी दे देनी चाहिए। यही एकमात्र समाधान है।
ट्रंप समर्थक पहले भी कर चुके हैं उपद्रव
इस तरह से लोगों ने बेवजह की अनाब-सनाब बातें लिखना और बोलना शुरू कर दिया है। वे मानते हैं कि देश की त्रुटिपूर्ण और भ्रष्ट न्यायप्रणाली के जरिए लोगों का शोषण किया जा रहा है।
इस तरह अब देखना ये होगा कि आने वाले समय में जब ट्रंप को इस मामले में सजा सुनाई जाती है तो इनके समर्थकों का क्या रिएक्शन होता है।
हम आपको बता दें कि साल 2021 में ट्रंप समर्थक संयुक्त राज्य अमेरिका की आधिकारिक बिल्डिंग ‘यूएस कैपिटल हिल’ पर हमला कर चुके हैं।
इस घटना से पूरी दुनिया में अमेरिका को लेकर गलत मेसेज गया था। इस बार सरकार और प्रशासन कड़ी नजर रखेगा साथ ही ऐसी किसी भी दुर्घटना को होने से पहले ही रोकने का प्रयास करेगा। ताकि देश की छवि एक बार फिर से धूमिल न हो।