छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी के बीच बिजली उपभोक्ताओं को महंगाई का झटका लग गया है। बिजली नियामक आयोग ने नया टैरिफ आदेश जारी कर दिया है।
नए टैरिफ के मुताबिक, घरेलू और गैर घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली की दरों में 20 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि की गई है।
इसके अलावा कृषि पंपों के लिए भी विद्युत दर में इजाफा कर दिया गया है। कृषि पंपों में 25 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि की गई है।
कृषि उपभोक्ताओं को पहले 5.05 रुपए की दर से चार्ज लगता था जो अब 5.30 रुपए हो गया है। विनियामक आयोग के चेयरमैन हेमंत वर्मा ने इसकी घोषणा की।
बिजली की दरों में 8.35 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि नुकसान की भरपाई करने के लिए यह कदम उठाया गया है। कांग्रेस ने भाजपा के इस फैसले का विरोध जताया है।
जनता को मिलने वाली सहूलियतों में बीजपी कटौती करती है- सुशील
कांग्रेस ने बिजली बिल में 20 पैसे प्रति यूनिट इजाफा करने का विरोध जताया है।
प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि प्रदेश में जब-जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है जनता को मिलने वाली सहूलियतों में कटौती की जा रही है। जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद किया जा रहा है।
इससे पहले भी रजिस्ट्री गाइडलान में 3 फ़ीसदी के छूट थी उसे भी सरकार ने बंद कर दिया। कांग्रेस सरकार ने 50 फीसदी की छूट जनता को दी थी लेकिन बीजेपी की सरकार लगातार इसमें बढ़ोतरी कर रही है। प्रदेश में जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है उनका आर्थिक प्रबंधन गड़बड़ा गया है।
65 लाख से ज्यादा उपभोक्ता
बिजली कंपनी में वर्तमान में 65 लाख से ज्यादा उपभोक्ता है। ये उपभोक्ता बीपीएल, घरेलू, कॉमर्शियल और कृषि उपभोक्ता में बंटे हुए हैं। नए टैरिफ का असर बीपीएल, घरेलू और कृषि उपभोक्ता पर कम और कॉमर्शियल उपभोक्ताओं पर ज्यादा पड़ेगा।