ऑटो कंपोनेंट बनाने वाली कंपनी संवर्धन मदरसन इंटरनेशनल लिमिटेड का बीते वित्त वर्ष की मार्च तिमाही का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट दोगुना होकर 1,444 करोड़ रुपये रहा है।
वहीं टाटा स्टील का मुनाफा 64 प्रतिशत घटकर 554 करोड़ रुपये पर आ गया। जबकि, एसजेवीएन का मुनाफा भी दोगुना से अधिक बढ़ गया।
मदरसन इंटरनेशनल का वित्त वर्ष 2022-23 की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 699 करोड़ रुपये रहा था।
संवर्धन मदरसन ने बुधवार को बयान में कहा कि मार्च तिमाही में उसकी कुल परिचालन आय 27,058 करोड़ रुपये रही है, जो पिछले साल की समान तिमाही में 22,517 करोड़ रुपये थी।
मार्च में समाप्त पूरे वित्त वर्ष के लिए कंपनी का शुद्ध लाभ 3,020 करोड़ रुपये रहा है, जो 2022-23 में 1,670 करोड़ रुपये था।
पूरे वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कंपनी की परिचालन आय बढ़कर 98,692 करोड़ रुपये रही है, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 78,788 करोड़ रुपये थी।
80 पैसे का डिविडेंड देगी कंपनी
मदरसन के चेयरमैन विवेक चांद सहगल ने कहा, “हमारा कारोबार 83.9 अरब डॉलर से अधिक है, जो मजबूत राजस्व संभावना प्रदान करता है।
हमें अपने गैर-ऑटोमोटिव कारोबार क्षेत्रों, मसलन एयरोस्पेस, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, हेल्थ और चिकित्सा से भी अच्छी प्रगति की उम्मीद है।”
कंपनी ने कहा कि उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने बीते वित्त वर्ष के लिए एक रुपये अंकित मूल्य के प्रत्येक शेयर पर 80 पैसे का डिविडेंड मंजूर किया है।
टाटा स्टील का मुनाफा 64 प्रतिशत घटकर 554 करोड़ रुपये पर
टाटा स्टील का मार्च, 2024 को समाप्त बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 64.59 प्रतिशत घटकर 554.56 करोड़ रुपये रह गया है।
कंपनी ने बुधवार को शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा कि प्राप्तियां कम रहने और कुछ असाधारण मदों की वजह से उसकी मुनाफा घटा है। एक साल पहले समान अवधि में कंपनी ने 1,566.24 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था।
जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी की कुल आय 63,131.08 करोड़ रुपये से घटकर 58,863.22 करोड़ रुपये रह गई।
कंपनी का खर्च एक साल पहले के 59,918.15 करोड़ रुपये के मुकाबले 56,496.88 करोड़ रुपये रहा। कम प्राप्तियों के कारण इसके राजस्व में छह प्रतिशत की कमी आई, जिसकी आंशिक भरपाई भारत में अधिक मात्रा से हुई।
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने वित्त वर्ष 2023-2024 के लिए एक रुपये फेस वैल्यू के हर इक्विटी शेयर पर 3.60 रुपये का डिविडेंड देने की सिफारिश की है।
बोर्ड ने निजी नियोजन के आधार पर गैर परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) के माध्यम से 3,000 करोड़ रुपये तक जुटाने के लिए एक या अधिक किस्तों में अतिरिक्त ऋण प्रतिभूतियों को जारी करने को भी मंजूरी दी है।
एसजेवीएन का मुनाफा भी दोगुना से अधिक बढ़ा
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एसजेवीएन का मार्च में समाप्त बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही का कंसॉलिडेटेड प्रॉफिट दोगुना से अधिक बढ़कर 61.08 करोड़ रुपये हो गया है।
असाधारण आय की वजह से कंपनी का मुनाफा बढ़ा है। बीएसई को भेजी सूचना में कंपनी ने यह जानकारी दी। कंपनी ने एक साल पहले की समान तिमाही में 17.21 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध मुनाफा अर्जित किया था।
कंपनी के वित्तीय परिणामों में तिमाही के दौरान 103.84 करोड़ रुपये का असाधारण लाभ दिखाया है। हालांकि, कंपनी की कुल आय एक साल पहले की समान अवधि के 582.78 करोड़ रुपये से घटकर 573.23 करोड़ रुपये रह गई।
पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का एकीकृत शुद्ध मुनाफा एक साल पहले के 1,359.30 करोड़ रुपये से घटकर 911.44 करोड़ रुपये रह गया। वित्त वर्ष में कुल आय भी 2022-23 के 3,282.50 करोड़ रुपये से घटकर 2,876.96 करोड़ रुपये रह गई।
65 पैसे प्रति शेयर मिलेगा डिविडेंड
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 2023-24 के लिए 65 पैसे प्रति शेयर के फाइनल डिविडेंड को भी मंजूरी दी, जो आगामी वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन है।
अंतिम लाभांश फरवरी, 2024 में घोषित वित्त वर्ष 2024 के लिए 1.15 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतरिम डिविडेंड के अतिरिक्त है।