चीन में भ्रष्टाचार का संगीन मामला सामने आया है। यहां अरबों की रिश्वत के आरोप में पूर्व बैंकर को मौत की सजा सुनाई गई है।
चीन में इस तरह के अपराधों में मौत की सजा का यह मामला इसलिए भी चर्चा बटोर रहा है, क्योंकि इसी अदालत ने तीन साल पहले भी एक चीनी अधिकारी को भ्रष्टाचार पर मौत की सजा सुनाई थी।
जब से राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 2012 में सत्ता संभाली है, तब से चीनी सरकार भ्रष्टाचार को लेकर कड़े रुख अपनाती रही है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में पिछले कुछ सालों से कई चीनी अधिकारियों को सख्त सजा सुनाई है, जिसमें उम्रकैद उच्चतम सजा है। लेकिन, तीन साल में दो मामले विरले हैं, जिसमें अदालत ने भ्रष्टाचार के मामले में मौत की सजा सुनाई।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बुधवार को जानकारी दी कि एक अदालत ने 15.1 करोड़ डॉलर की घूस लेने के जुर्म में एक पूर्व बैंकर को मौत की सजा सुनायी है।
चाइना हुआरोंग इंटरनेशनल होल्डिंग्स (सीएचआईएच) के पूर्व महाप्रबंधक बाई तिआनहुई को तिआनजिन की एक अदालत ने मौत की सजा सुनायी।
अदालत ने माना- अपराध अक्षम्य थे
तिआनजिन की एक अदालत द्वारा सुनाए फैसले के अनुसार, उसके आजीवन राजनीतिक अधिकार भी छीन लिए गए और उसकी सारी संपत्ति जब्त कर ली गयी है।
उसकी अवैध आय को बरामद किया जाएगा और उसे सरकारी खजाने में जमा कराया जाएगा। अदालत ने कहा कि बाई ने भारी रकम के बदले में अधिग्रहण और परियोजनाओं के वित्त पोषण में दूसरों की मदद करने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया।
अदालत ने कहा कि बाई के कृत्य रिश्वत का अपराध हैं। रिश्वत के तौर पर ली गयी रकम बड़ी है, अपराध की परिस्थितियां गंभीर है और इसका सामाजिक असर बहुत खराब है जिससे देश और लोगों के हितों को काफी नुकसान पहुंचा है।
बाई भ्रष्टाचार के लिए मौत की सजा पाने वाला चीन का दूसरा अधिकारी है। जनवरी 2021 में भी इसी अदालत ने सीएचएएम के पूर्व चेयरमैन लाई शियोमिन को मौत की सजा सुनायी थी।