ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनी- हुंडई मोटर अपने भारतीय कारोबार को शेयर बाजार में लिस्टेड करने की योजना बना रही है।
इस मेगा लिस्टिंग के लिए कंपनी ने निवेश बैंक- कोटक महिंद्रा कैपिटल और मॉर्गन स्टेनली को भी चुन लिया है। इस हाई-प्रोफाइल डील के लिए सिटी, जेपी मॉर्गन और एचएसबीसी सिक्योरिटीज पहले से ही शामिल थे।
यह संभावित रूप से भारत का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। इसके जरिए $ 2.5 बिलियन से $ 3 बिलियन के बीच जुटाने की योजना है।
बता दें कि इससे पहले एलआईसी का आईपीओ मई 2022 में आया था, जिससे कंपनी ने 2.7 बिलियन डॉलर जुटाए।
जुलाई तक डीआरएचपी जमा करने का प्लान
मनीकंट्रोल की खबर के मुताबिक कोटक महिंद्रा कैपिटल और मॉर्गन स्टेनली जुड़ गए हैं। कंपनी का लक्ष्य जून के अंत या जुलाई तक सेबी के साथ डीआरएचपी (ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस) दाखिल करना है।
एक सफल लिस्टिंग कई अन्य शीर्ष बहुराष्ट्रीय कंपनियों को इसका अनुसरण करने के लिए प्रेरित करेगी। हालांकि, मूल्यांकन और आईपीओ का आकार अभी तक तय नहीं हुआ है।
यह इश्यू पूरी तरह से ओएफएस (बिक्री के लिए प्रस्ताव) होने की संभावना है।
कंपनी की भारत में स्थिति
वित्त वर्ष 2024 में हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने पैसेंजर कार के मामले में दूसरा स्थान हासिल किया। यह मारुति सुजुकी के बाद भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता थी।
हुंडई मोटर इंडिया ने वित्त वर्ष 2023 को 60,000 करोड़ रुपये के राजस्व और 4,653 करोड़ रुपये के मुनाफे के साथ समाप्त किया, जो देश में गैर-सूचीबद्ध कार निर्माताओं में सबसे अधिक है।
इकोनॉमिक टाइम्स ने सबसे पहले 5 फरवरी को हुंडई की भारत में लिस्टिंग की योजना की रिपोर्ट दी थी। मीडिया रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया देते हुए, हुंडई मोटर कंपनी ने 7 फरवरी को कोरियाई स्टॉक एक्सचेंज को एक आधिकारिक बयान जारी किया।
हुंडई ने कहा कि एक वैश्विक कंपनी के रूप में वह लगातार कॉर्पोरेट मूल्य बढ़ाने के लिए विदेशी सहायक कंपनियों को सूचीबद्ध करने सहित विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा करती है।