केदारनाथ में हेलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग के बाद ऐक्शन हुआ है।
नागरिक उड्डयन विभाग ने जांच पूरी होने तक केस्ट्रेल एविएशन कंपनी की केदारघाटी में उड़ानों पर रोक लगा दी है। ऐसे में तीर्थ यात्रियों की मुश्किलें बढ़ सकतीं हैं।
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) के सीईओ सी रविशंकर के मुताबिक, डीजीसीए को इसकी सूचना दी गई है।
गत वर्ष भी इसी कंपनी के हेलीकॉप्टर की चपेट में आने से यूकाडा के वित्त नियंत्रक अमित सैनी का निधन हो गया था। तब भी कंपनी की सेवाओं पर रोक लगी थी।
दस मिनट का सफर ही बढ़ा देता है धड़कनें
केदार घाटी का हवाई सफर भले ही 10 मिनट का ही क्यों न हो, लेकिन यात्रा का यह समय भी धड़कने बढ़ाने वाला रहता है।
कई बार मौसम खराब होने के चलते पायलट इमरजेंसी लैडिंग करानी पड़ती है। केदारनाथ में नौ हेलीकॉप्टर पूरे दिन एक के बाद एक उड़ान भरते हैं।
गुप्तकाशी हेलीपैड से केदारनाथ जाने में 10 मिनट और शेरसी से साढ़े सात मिनट लगते हैं।