देश में लोकसभा चुनाव के पांच चरण संपन्न हो चुके हैं। 25 मई को छठे चरण के लिए वोट डाले जाएंगे।
अब तक 427 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है। चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक पहले पांच चरणों में महिलाओं को वोटिंग पर्सेंटेज पुरुषों से ज्यादा है। राजनीति के जानकारों के मुताबिक महिलाएं वोट डालने के लिए ज्यादा उत्साहित दिखाई दीं।
चुनाव आयोग के डेटा के मुताबिक बिहार की 40 में से 24 सीटों पर मतदान हो चुका है। यहां महिलाओं ने वोटिंग में बढ़-चढ़कर भागेदारी की।
20 ऐसी सीटें हैं जिनपर महिलाओं का वोट प्रतिशत पुरुषों से ज्यादा रहा। झारखंड की बात करें तो पांचवां चरण पूरे होते-होते यहां 8 सीटों पर मतदान हो चुका है। यहां सभी सीटों पर महिलाओं को वोट प्रतिशत पुरुषों से ज्यादा था। ओडिशा में भी इसी तरह का ट्रेंड देखा गया।
पश्चिम बंगाल में 25 में से 18 लोकसभा सीटों पर मतदान हो चुका है। यहां भी महिलाओं ने जमकर वोटिंग की और वे पुरुषों से आगे निकल गईं।
केरल, तमिलनाडु की भी आधी से ज्यादा सीटें ऐसी हैं जिनपर महिलाओं ने ज्यादा मतदान किया। सेंटर फॉर सोशल रिसर्च की डायरेक्टर रंजना कुमारी ने कहा कि ज्यादातर सीटों पर देखा जा रहा है कि महिलाएं ज्यादा मतदान कर रही हैं। उनका कहना है कि सरकार की ज्यादातर योजनाओं की लाभार्थी भी महिलाएं ही हैं।
उन्होंने कहा कि 1993 के बाद से महिलाएं चुनाव में बढ़-चढ़कर भागेदारी करने लगी थीं। महिलाएं वोटिंग को लेकर खुद से फैसला लेती हैं।
भुवनेश्वर के एक पूर्व नौकरशाह ने बताया कि महिलाओं का इस तरह से मतदान करना बड़े सामाजिक बदलाव की ओर संकेत कर रहा है।
हालांकि इससे यह नहीं कहा जा सकता कि महिलाएं मौजूदा सरकार को समर्थन दे रही हैं। कई जानकारों का यह भी कहना है कि इस सरकार में स्वयं सहायता समूहों पर ज्यादा जोर देने की वजह से वोटिंग बढ़ी है।