दिल्ली पुलिस ने राज्यसभा सीट दिलाने का वादा करके एक व्यापारी से कथित तौर पर 2 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया है।
इस बारे में शनिवार को जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि पीड़ित का भरोसा जीतने के लिए आरोपियों ने राष्ट्रपति कार्यालय के दो जाली दस्तावेज भी तैयार करवा लिए थे। इस मामले में तीसरे आरोपी को पुलिस तलाश रही है।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) रोहित मीना ने बताया कि धोखाधड़ी की यह वारदात नरेंद्र सिंह (63 साल) के साथ हुई।
उन्होंने कहा ‘किशनगढ़ पुलिस स्टेशन में 25 अप्रैल को एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई थी, जिसमें कॉलर ने बताया कि उसने एक जालसाज को पकड़ रखा है और वो पुलिस की मदद चाहता है।’
इसके बाद जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो शिकायतकर्ता नरेंद्र ने पुलिस के सामने नवीन कुमार सिंह को पेश किया और बताया कि इसने मेरे साथ धोखाधड़ी की है।
नरेंद्र ने बताया कि आरोपी नवीन से उसकी पहली मुलाकात नानक दास नामक व्यक्ति के माध्यम से अगस्त, 2023 में हुई थी। उस मुलाकात के दौरान नवीन ने खुद को राष्ट्रपति कार्यालय में एक प्रोटोकॉल अधिकारी के रूप में बताया था।
उसने नरेंद्र को इस बात का भरोसा दिलाया कि वह और नानक मिलकर संसद के उच्च सदन यानी राज्यसभा में उसे सीट दिलाने में उसकी मदद कर सकते हैं।
DCP ने बताया कि आरोपियों ने इस काम के बदले नरेंद्र से दो करोड़ रुपए मांगे थे। जो कि राज्यसभा की सीट के लालच में आकर नरेंद्र ने दे भी दिए।
जांच के दौरान आरोपी नवीन ने बताया कि नरेंद्र का विश्वास जीतने के लिए हमने पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर निवासी करण की मदद से राष्ट्रपति कार्यालय के दो जाली दस्तावेज भी तैयार करवा लिए। पुलिस ने बताया कि इसमें से 1.25 करोड़ रुपए नवीन को मिले, जबकि 75 लाख रुपए नानक को प्राप्त हुए।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दूसरे प्रमुख आरोपी नानक को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया था और आखिरकार शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
अधिकारी ने कहा कि नवीन पहले भी धोखाधड़ी के तीन मामलों में शामिल रह चुका है, जिसके बाद दिल्ली और नोएडा में उसके कार्यालयों पर पुलिस ने छापा भी मारा था। अधिकारी ने कहा कि उनके सह-आरोपी करण को पकड़ने की कोशिशें जारी हैं।