शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे के माथे पर ‘मेरा बाप गद्दार’ है लिखा जाना चाहिए।
श्रीकांत मुंबई के नजदीक कल्याण लोकसभा क्षेत्र से मौजूदा सांसद और शिवसेना के उम्मीदवार हैं। अब प्रियंका चतुर्वेदी के इस बयान पर महाराष्ट्र के सीएम शिंदे ने पलटवार किया है।
शिवसेना (यूबीटी) के मुंबई उत्तर पूर्व सीट से उम्मीदवार संजय दीना पाटिल के समर्थन में बुधवार को घाटकोपर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए चतुर्वेदी ने 1975 में प्रदर्शित फिल्म ‘दीवार’ का संदर्भ दिया। उन्होंने कहा, ‘‘एक हिंदी फिल्म थी जिसमें बेटे के हाथ पर लिखा था ‘मेरा बाप चोर है’। इसी तरह श्रीकांत शिंदे के माथे पर मेरा बाप गद्दार है लिखा जाना चाहिए।’’
एकनाथ शिंदे ने किया पलटवार
न्यूज 18 की रिपोर्ट की मानें तो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रियंका चतुर्वेदी के ‘गद्दार’ वाली टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उन्होंने कहा, ”मेरे लिए इस्तेमाल किए गए शब्द उन पर भी लागू होते हैं। 2019 में, उन्होंने बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को छोड़ दिया… उन्होंने अपने पिता की विचारधारा को बेच दिया। उन्होंने पाप किया है और जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी… 2019 में उन्होंने अपने दोस्त और महाराष्ट्र की जनता को धोखा दिया।”
माहाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “जब हमने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, तब शिवसेना और बीजेपी की विचारधारा एक ही थी।
लोगों को विश्वास था कि गठबंधन की सरकार बनेगी और इसीलिए उन्होंने वोट दिया लेकिन सीएम पद के लालच में वे कांग्रेस और शरद पवार के साथ चले गए। यह विश्वासघात है… मैं उस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करता जिस तरह के शब्द वे इस्तेमाल करते हैं। बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे ने मुझे यह नहीं सिखाया।”
2022 में शिंदे ने की थी बगावत
उल्लेखनी है कि एकनाथ शिंदे ने जून 2022 में शिवसेना (अविभाजित) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से बगावत कर दी थी जिसकी वजह से ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार गिर गई थी। शिंदे ने बाद में भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाई और मुख्यमंत्री बने।
चतुवेर्दी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की प्रवक्ता शीतल म्हात्रे ने कहा, “वह मुंबई उत्तर पश्चिम सीट से चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन ऐसा नहीं होने के कारण इस तरह की टिप्पणियां कर रही हैं। उनका राज्यसभा का कार्यकाल जल्द समाप्त हो रही है, इसलिए दूसरे कार्यकाल के लिए लॉबिंग कर रही हैं।”