इजरायल और हमास के बीच युद्ध शुरू हुए 200 दिन से ज्यादा का वक्त हो गया है।
गाजा शहर इजरायली सेना के कत्लेआम ने अमेरिका को भी भड़का रखा है। उसने उसकी एक बटालियन पर प्रतिबंधों की घोषणा की है।
इस बीच गाजा में आईडीएफ का नया कांड सामने आया है। हमास अधिकारियों का आरोप है कि खान यूनिस अस्पताल में खुदाई के दौरान 200 से अधिक लाशें मिली हैं।
हमास ने इजरायल पर अस्पताल को सामूहिक कब्रगाह बनाने का आरोप लगाया है। शवों की बर्बरता पर संयुक्त राष्ट्र भी भड़क गया है। उसका कहना है कि शवों में कुछ के हाथ बंधे हुए थे और कुछ के तन में कपड़े भी नहीं थे।
हमास के अधिकारियों ने दावा किया कि सैकड़ों निर्दोषों को इजरायली बलों ने मारकर अस्पताल में दफना दिया। हमास ने यहां सामूहिक कब्र होने का दावा किया है। हालांकि इजरायली सेना ने हमास के आरोपों को निराधार बताया और इस दावे को झूठा बताया है।
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, क्षेत्र में इजरायली बलों और हमास आतंकियों के बीच लड़ाई के बीच फिलिस्तीनियों ने खुद पहले भी शवों को उस स्थान पर दफनाया था।
इज़राइल रक्षा बलों ने हमास के आरोप को “निराधार” बताते हुए खारिज कर दिया। आईडीएफ के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि इजरायली बंधकों की तलाश कर रहे हमारे बलों ने नासिर अस्पताल के पास फिलिस्तीनियों द्वारा पहले दफनाए गए शवों की जांच की थी और जांच के बाद शवों को वहीं रख दिया था, जहां उन्हें दफनाया गया था।
शवों में कुछ के हाथ बंधे, कुछ के तन पर कपड़े तक नहीं
उधर, संयुक्त राष्ट्र अधिकार कार्यालय ने दावा किया है कि अस्पताल में खुदाई के दौरान बरामद कुछ शवों के हाथ बंधे हुए थे और कुछ के कपड़े उतारे हुए थे।
आईडीएफ ने मामले में कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हाल के महीनों में नासिर अस्पताल के क्षेत्र में अपने ऑपरेशन के दौरान, उसके सैनिकों ने “इजरायली बंधकों का पता लगाने के लिए अस्पताल के मैदान में फिलिस्तीनियों द्वारा दफनाई गई लाशों की जांच की थी।