दुनिया भर में सैन्य खर्च लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
सेना और हथियारों पर होने वाला यह खर्च साल 2023 रिकॉर्ड 2,443 बिलियन डॉलर पहुंच गया। भारत भी इस रेस में पीछे नहीं है और अमेरिका, चीन व रूस के बाद लिस्ट में चौथे नंबर पर है।
नई दिल्ली की ओर से सेना के आधुनिकरण की कोशिशें जारी हैं। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) ने सोमवार को इसे लेकर रिपोर्ट जारी की।
इसमें कहा गया कि 2023 में 83.6 अरब डॉलर के खर्च के साथ भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा सैन्य खर्च करने वाला देश रहा। भारत का यह खर्च पिछले वर्ष की तुलना में 4.2% अधिक था।
दुनिया भर में सैन्य खर्च लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सेना और हथियारों पर होने वाला यह खर्च साल 2023 रिकॉर्ड 2,443 बिलियन डॉलर पहुंच गया।
भारत भी इस रेस में पीछे नहीं है और अमेरिका, चीन व रूस के बाद लिस्ट में चौथे नंबर पर है। नई दिल्ली की ओर से सेना के आधुनिकरण की कोशिशें जारी हैं। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) ने सोमवार को इसे लेकर रिपोर्ट जारी की।
इसमें कहा गया कि 2023 में 83.6 अरब डॉलर के खर्च के साथ भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा सैन्य खर्च करने वाला देश रहा। भारत का यह खर्च पिछले वर्ष की तुलना में 4.2% अधिक था।
दुनिया भर में सैन्य खर्च लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सेना और हथियारों पर होने वाला यह खर्च साल 2023 रिकॉर्ड 2,443 बिलियन डॉलर पहुंच गया।
भारत भी इस रेस में पीछे नहीं है और अमेरिका, चीन व रूस के बाद लिस्ट में चौथे नंबर पर है। नई दिल्ली की ओर से सेना के आधुनिकरण की कोशिशें जारी हैं।
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) ने सोमवार को इसे लेकर रिपोर्ट जारी की।
इसमें कहा गया कि 2023 में 83.6 अरब डॉलर के खर्च के साथ भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा सैन्य खर्च करने वाला देश रहा। भारत का यह खर्च पिछले वर्ष की तुलना में 4.2% अधिक था।