गाजा के दक्षिणी शहर रफह में रातभर किए गए इजरायली हमलों में 18 बच्चों सहित 22 लोगों की मौत हो गई।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। इजरायल ने रफह पर लगातार हवाई हमले किए हैं। गाजा की 23 लाख की आबादी में से आधे से अधिक लोगों ने कहीं और रहने के लिए शरण मांगी है।
खास बात है कि ये घटना ऐसे समय पर हुई, जब अमेरिका गाजा के लिए अतिरिक्त सैन्य सहायता को मंजूरी देने की तैयारी कर रहा था।
अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के निचले सदन प्रतिनिधि सभा ने शनिवार को 26 अरब अमेरिकी डॉलर के सहायता पैकेज को मंजूरी दे दी थी, जिसमें गाजा के लिए लगभग नौ अरब अमेरिकी डॉलर की मानवीय सहायता शामिल है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बयान में कहा, ‘आगामी दिनों में हम हमास पर राजनीतिक और सैन्य दबाव बढ़ाएंगे क्योंकि अपने बंधकों को वापस लाने और जीत हासिल करने का यही एकमात्र तरीका है। हम जल्द ही हमास पर और जबरदस्त हमला करेंगे।’ उ
न्होंने हालांकि इस संबंध में विस्तृत जानकारी नहीं दी।
एक अस्पताल के अनुसार, पहले हमले में एक व्यक्ति, उसकी पत्नी और उनके तीन साल के बच्चे की मौत हो गई। अस्पताल के अनुसार महिला गर्भवती थी और डॉक्टर बच्चे को बचाने में सफल रहे।
अस्पताल के रिकॉर्ड के अनुसार दूसरे हमले में एक ही परिवार के 17 बच्चों और दो महिलाओं की मौत हो गई। एक रात पहले रफह में हवाई हमले में छह बच्चों सहित नौ लोगों की मौत हो गई।
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजरायल-हमास युद्ध में 34 हजार से अधिक फलस्तीनी लोग मारे गए हैं। इजरायल के कब्जे वाले ‘वेस्ट बैंक’ में भी तनाव बढ़ गया है।
इजरायली सैनिकों ने दो फलस्तीनियों की हत्या कर दी। सेना का कहना है कि रविवार तड़के दक्षिणी वेस्ट बैंक के हेब्रोन शहर के निकट एक जांच चौकी पर चाकू और बंदूक से हमला किया गया।
फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मारे गए दोनों लोग एक ही परिवार से 18 और 19 साल के थे।
दक्षिणी इजरायल में एक जबरदस्त हमले के बाद गाजा में सात अक्टूबर को युद्ध शुरू हुआ था जिसमें हमास और अन्य आतंकवादियों ने लगभग 1,200 लोगों को मार डाला था।
मृतकों में ज्यादातर नागरिक थे और लगभग 250 बंधकों का अपहरण कर लिया गया था।