केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर शुक्रवार को पलटवार किया।
उन्होंने कहा कि ऐसा क्यों है कि केंद्रीय जांच एजेंसियों ने उनसे पूछताछ या गिरफ्तारी नहीं की। इससे एक दिन पहले, राहुल ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता विजयन पर निशाना साधा था।
उन्होंने कहा कि जब वह भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं तो केरल के मुख्यमंत्री उन पर हमले क्यों कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि ईडी ने उनसे 55 घंटे तक पूछताछ की, उनकी लोकसभा सदस्यता और उनका आधिकारिक आवास छीन लिया गया।
साथ ही, वर्तमान में विपक्ष से जुड़े दो मुख्यमंत्री जेल में हैं, लेकिन केरल के मुख्यमंत्री के साथ ऐसा कुछ नहीं हो रहा है।
सीएम विजयन ने कोझिकोड की एक चुनावी जनसभा में उन पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि राहुल की दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल के दौरान उन सहित अधिकतर वामपंथी नेताओं को जेल में डाल दिया था।
वामपंथी नेता ने कहा, ‘आपकी दादी (इंदिरा गांधी) ने हममें से अधिकर लोगों को (आपातकाल के समय) डेढ़ साल से अधिक समय तक जेल में रखा था।
हमने पूछताछ और जेल जाने का अनुभव किया है और देखा है। हम जेल से नहीं डरते हैं। इसलिए हमें जांच और जेल से धमकाने की कोशिश मत करो।’
प्रियंका गांधी के पति के खिलाफ आरोप, क्या बोले विजयन
माकपा के दिग्गज नेता ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण का भी हवाला दिया।
उन्होंने कटाक्ष किया कि वामपंथी नेता अशोक चव्हाण की तरह रोने वाले नहीं हैं और यह नहीं कहते हैं कि हम जेल नहीं जा सकते।
वामपंथी नेता ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी प्रहार किया और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा व एक रियल एस्टेट कंपनी से संबंधित चुनावी बॉन्ड के मुद्दे का उल्लेख किया।
विजयन ने कहा कि प्रियंका गांधी के पति के खिलाफ आरोप और मामले थे, लेकिन कंपनी की ओर से 2019-2022 के दौरान भाजपा को चुनावी बॉन्ड के रूप में 170 करोड़ रुपये का भुगतान करने के बाद वे समाप्त हो गए।
राहुल गांधी और राज्य के 17 यूडीएफ सांसदों पर तीखा हमला करते हुए विजयन ने कहा कि उनमें से किसी ने भी संसद में केरल के अधिकारों और हितों के लिए आवाज नहीं उठाई।