टोरंटो के मुख्य हवाई अड्डे पर पिछले साल करोड़ों डॉलर मूल्य के सोने की लूट के सिलसिले में गिरफ्तार छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इनमें भारतीय मूल के कम से कम दो लोग भी शामिल हैं। इसे कनाडा के इतिहास में सोने की सबसे बड़ी लूट माना जा रहा है।
‘पील रीजनल पुलिस’ (पीआरपी) ने कहा कि कनाडाई अधिकारियों ने मामले में तीन और लोगों के लिए भी वारंट जारी किया।
पुलिस का कहना है कि 17 अप्रैल, 2023 को, नकली कागजों का उपयोग करके एक सुरक्षित भंडारण केंद्र से 2.2 करोड़ कनाडाई डॉलर से अधिक मूल्य की सोने की छड़ें और विदेशी मुद्रा लेकर जा रहा एक हवाई मालवाहक कंटेनर चोरी हो गया था। सोना और मुद्रा ज्यूरिख, स्विट्जरलैंड से एयर कनाडा की एक उड़ान से हवाई अड्डे पर पहुंचे ही थे।
पुलिस ने कहा कि एयर कनाडा के कम से कम दो पूर्व कर्मचारियों ने कथित रूप से इस लूटपाट में मदद की थी। इनमें से एक हिरासत में है और दूसरे के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया है।
भारतीय मूल के दो लोगों परमपाल सिद्धू (54) और अमित जलोटा (40) को बुधवार को ओंटारियो से गिरफ्तार किया गया। उनके साथ अम्माद चौधरी (43), अली रजा (37) और प्रसथ परमलिंगम (35) को गिरफ्तार किया गया।
इसी सिलसिले में हथियारों की तस्करी के आरोपों में ब्राम्पटन से 25 वर्षीय डी किंग-मैकलीन को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया और जांचकर्ता उसके तथा उसके वकील से संपर्क में हैं।
पिछले साल घटी घटना की विस्तृत जांच के बाद गिरफ्तारियों की घोषणा की गई। अपराध के समय सिद्धू एयर कनाडा के लिए काम रहा था।
पुलिस ने ब्राम्पटन के 31 वर्षीय सिमरन प्रीत पनेसर के लिए कनाडा के स्तर पर वारंट जारी किया है। वह भी लूट के समय एयर कनाडा का कर्मचारी था।
खबर के अनुसार ब्राम्पटन के अर्चित ग्रोवर (36) और 42 साल के अर्सलान चौधरी के लिए भी वारंट जारी किया गया है।
एयर कनाडा के प्रवक्ता पीटर फिट्जपैट्रिक ने सिद्धू और पनेसर के राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर कनाडा के साथ जुड़े होने की पुष्टि की।