कॉग्निजेंट के सीईओ रवि कुमार सिंगीसेट्टी को पिछले साल सैलरी के रूप में $22.56 मिलियन (लगभग ₹186 करोड़) मिले।
यह भारतीय आईटी सेक्टर में सबसे अधिक वेतन पाने वाले भारतीय सीईओ बन गए। कंपनी की फाइलिंग के मुताबिक रवि कुमार सिंगीसेट्टी को पिछले साल $20.25 मिलियन (लगभग ₹169.1 करोड़) मूल्य के शेयर मिले थे।
मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज यानी टीसीएस के पूर्व सीईओ राजेश गोपीनाथन को $3.5 मिलियन ( 29.16 करोड़) मिले, जो कंपनी के 27.9 अरब डॉलर के रेवेन्यू का 0.012 प्रतिशत है। रवि कुमार सिंगीसेट्टी का पारिश्रमिक पिछले साल कॉग्निजेंट के 19.35 अरब डॉलर राजस्व का 0.11 फीसद है।
आईटी उद्योग के अन्य सीईओ की सैलरी क्या है
विप्रो के पूर्व सीईओ थिएरी डेलापोर्टे को $10.1 मिलियन (₹83 करोड़) मिले, जो कंपनी के 11.16 अरब डॉलर के राजस्व का 0.089 प्रतिशत है।
मिंट के अनुसार, एचसीएल सी एचसीएल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के विजयकुमार का सालाना पैकेज 10.65 मिलियन डॉलर (₹88 करोड़) है, जो कंपनी के 12.58 अरब डॉलर राजस्व का 0.085 प्रतिशत है।
एक्सेंचर पीएलसी के सीईओ जूली स्वीट को सैलरी पैकेज के रूप में 31.55 मिलियन डॉलर का पेमेंट किया गया। यह कंपनी के 64.1 अरब डॉलर के राजस्व का 0.049 फीसद है।
इंफोसिस के सीईओ और प्रबंध निदेशक सलिल पारेख की सैलरी $6.8 मिलियन (₹56.4 करोड़) है। यह कंपनी के 18.1 अरब डॉलर राजस्व का 0.037 प्रतिशत है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के पूर्व सीईओ राजेश गोपीनाथन को $3.5 मिलियन (₹29.16 करोड़) मिले, जो कंपनी के 27.9 अरब डॉलर राजस्व का 0.012 प्रतिशत है।