प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हर साल राम नवमी का पावन पर्व मनाया जाता है ।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। इस साल 17 अप्रैल 2024 को राम नवमी है। इस दिन भगवान राम की विशेष पूजा- अर्चना की जाती है।
यह नवरात्रि का अंतिम दिन भी होता है। इस दिन कन्या पूजन और हवन का भी विशेष महत्व होता है। आइए जानते हैं राम नवमी हवन पूजा विधि और सामग्री की पूरी लिस्ट-
हवन विधि…
- प्रात: जल्दी उठ जाना चाहिए।
- स्नान आदि से निवृत्त होकर साफ- स्वच्छ वस्त्र पहन लें।
- शास्त्रों के अनुसार हवन के समय पति- पत्नी को साथ में बैठना चाहिए।
- किसी स्वच्छ स्थान पर हवन कुंड का निर्माण करें।
- हवन कुंड में आम के पेड़ की लकड़ी और कपूर से अग्नि प्रज्जवलित करें।
- हवन कुंड में सभी देवी- देवताओं के नाम की आहुति दें।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कम से कम 108 बार आहुति देनी चाहिए। आप इससे अधिक आहुति भी दे सकते हैं।
हवन के समाप्त होने के बाद आरती करें और भगवान को भोग लगाएं। इस दिन कन्या पूजन का भी विशेष महत्व होते हैं। आप हवन के बाद कन्या पूजन भी करवा सकते हैं।
हवन साम्रगी-
- आम की लकड़ियां, बेल, नीम, पलाश का पौधा, कलीगंज, देवदार की जड़, गूलर की छाल और पत्ती, पापल की छाल और तना, बेर, आम की पत्ती और तना, चंदन का लकड़ी, तिल, कपूर, लौंग, चावल, ब्राह्मी, मुलैठी, अश्वगंधा की जड़, बहेड़ा का फल, हर्रे, घी, शक्कर, जौ, गुगल, लोभान, इलायची, गाय के गोबर से बने उपले, घी, नीरियल, लाल कपड़ा, कलावा, सुपारी, पान, बताशा, पूरी और खीर।
शुभ मुहूर्त-
- ब्रह्म मुहूर्त– 04:34 ए एम से 05:19 ए एम
- प्रातः सन्ध्या– 04:57 ए एम से 06:05 ए एम
- अभिजित मुहूर्त– कोई नहीं
- विजय मुहूर्त– 02:34 पी एम से 03:24 पी एम
- गोधूलि मुहूर्त– 06:47 पी एम से 07:09 पी एम
- सायाह्न सन्ध्या– 06:48 पी एम से 07:56 पी एम
- रवि योग– पूरे दिन
- निशिता मुहूर्त– 12:03 ए एम, अप्रैल 18 से 12:48 ए एम, अप्रैल 18