रामनवमी को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भाजपा पर राज्य में दंगे भड़काने का आरोप लगा चुकी हैं।
मंगलवार को एक रैली में पीएम नरेंद्र मोदी ने पलटवार किया कि बंगाल की टीएमसी सरकार रामनवमी पर धार्मिक आयोजनों में अड़ंगा लगा रही है।
इस बीच ऐसी रिपोर्ट सामने आई है कि बंगाल पुलिस ने हिन्दू जागरण मंच के 5000 धार्मिक जुलूस को लेकर राज्य भर में हाई अलर्ट जारी किया है।
रिपोर्ट के अनुसार , पश्चिम बंगाल में रामनवमी समारोह से पहले किसी भी सांप्रदायिक तनाव को रोकने के लिए राज्यभर में कई पुलिस स्टेशन हाई अलर्ट पर हैं।
हिंदू जागरण मंच कथित तौर पर राज्य के सभी जिलों में वार्ड या पंचायत स्तर पर लगभग 5000 धार्मिक जुलूस निकालेगा। संगठन ने बारासात, सिलीगुड़ी और कोलकाता के बड़ाबाजार में बड़े जुलूस की भी योजना बनाई है।
कहां-कहां अलर्ट पर पुलिस
रिपोर्ट के मुताकि, हुगली, हावड़ा, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर, आसनसोल और बैरकपुर में जिला प्रशासन भी अलर्ट पर है, जहां अतीत में रामनवमी उत्सव के दौरान सांप्रदायिक तनाव हुआ था।
पुलिस ने कहा है कि कानून-व्यवस्था का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति से सख्ती से निपटा जाएगा।
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर द इंडियन एक्सप्रेस को बताया , “त्योहार के अवसर पर जुलूस के दौरान हथियारों के सार्वजनिक प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
“कुछ पारंपरिक समूहों और अखाड़ों को अनुमति दी गई है। जुलूसों की भी वीडियोग्राफी की जाएगी।”
गौरतलब है कि राम नवमी को लेकर पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी आमने-सामने हैं। दोनों दलों के बीच राजनीतिक तनाव तब चरम पर पहुंच गया था, जब पीएम मोदी और ममता बनर्जी ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए।
पहले ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले और रामनवमी की आड़ में राज्य में दंगे फैलाना चाहती है। इस पर पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर इन समारोहों को रोकने की साजिश रच रही है।
पीएम मोदी ने रायगंज और बालुरघाट में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए हावड़ा में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) को शोभा यात्रा की अनुमति देने के कलकत्ता उच्च न्यायालय के फैसले की सराहना की और इसे ‘‘सच्चाई की जीत’’ बताया।
इस बीच हिंदू जागरण मंच ने कहा कि उसे उम्मीद है कि बुधवार को रामनवमी के जुलूस में लाखों लोग शामिल होंगे। हिंदू जागरण मंच के सदस्य सुभाजीत रॉय मंच ने बताया, “हमारे कुछ जुलूसों में लाखों लोगों के भाग लेने की संभावना है। यह हमारे लिए बहुत बड़ा दिन है।
जहां तक कानून व्यवस्था बनाए रखने की बात है तो पुलिस को इसका ध्यान रखना चाहिए। मैं लोगों से बस यह सुनिश्चित करने की अपील करना चाहूंगा कि सभी धर्मों के लोगों को अपने त्योहार समान रूप से मनाने की अनुमति दी जाए और दूसरों को कोई बाधा उत्पन्न नहीं करनी चाहिए।”