ईरान और इजरायल के बीच बढ़ती तनातनी से दुनियाभर में निवेशक सतर्क हो गए हैं।
किसी भी तरह के नुकसान से बचने के लिए उन्होंने बिकवाली तेज कर दी है। इससे शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी जा रही है।
भारत में ही बीते दो कारोबारी दिनों में सेंसेक्स 1,638 अंक लुढ़क गया है। निफ्टी में भी 481 अंकों की गिरावट आई है। इस जबरदस्त बिकवाली से इन दो दिनों में निवेशकों ने करीब सात लाख करोड़ रुपये से अधिक गंवाए हैं।
दो हफ्ते के स्तर से नीचे आया सेंसेक्स
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 845.12 अंक यानी 1.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ दो सप्ताह के निचले स्तर 73,399.78 अंक पर आ गया।
कारोबार के दौरान एक समय यह 929.74 अंक तक लुढ़क गया था।
इससे पहले शुक्रवार को सेंसेक्स 793.25 अंक टूटा था। इसी तरह निफ्टी 246.90 अंक यानी 1.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,272.50 अंक पर बंद हुआ।
शुक्रवार को यह 234.40 अंक के नुकसान में रहा था। इन दो दिनों में सेंसेक्स 2.19 प्रतिशत और निफ्टी 2.13 प्रतिशत टूट चुके हैं।
ये क्षेत्र सबसे ज्यादा टूटे
सेवा 2.12 प्रतिशत
वित्तीय सेवाएं 1.81 प्रतिशत
आईटी 1.58 प्रतिशत
बैंकेक्स 1.55 प्रतिशत
यूटिलिटी 1.37 प्रतिशत
मार्केट कैप घटा
शेयर बाजारों में बैंकिंग, आईटी, फार्मा समेत अन्य क्षेत्रों में गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स में शामिल 30 में 27 शेयर नुकसान में रहे। इसे तरह निफ्टी के 50 शेयरों में से 44 शेयर नुकसान में रहे।
सोमवार को बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण लगभग ₹394.7 लाख करोड़ था। पिछले गुरुवार को करीब 402.2 लाख करोड़ था। यानी सिर्फ दो दिनों में निवेशकों के करीब 7.5 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं।
एफपीआई ने तेज की निकासी
विश्लेषकों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की पूंजी निकासी और अमेरिका में मुद्रास्फीति अनुमान से अधिक बढ़ने से बाजार नुकसान में रहा विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 8,027 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे थे।
वहीं सोमवार को उन्होंने 3268 करोड़ मूल्य के शेयर बेचे।
क्या कहते हैं विश्लेषक
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने तथा भारत-मॉरीशस कर संधि में प्रस्तावित बदलाव से भी बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
इससे निवेशकों में घबराहट बढ़ी है। उनका कहना है कि यदि ईरान-इजरायल में तनाव और बढ़ता है तो बाजार में घबराहट में बिकवाली बढ़ सकती है।
दुनिया के बड़े बाजार भी फिसले
डैक्स, जर्मनी 0.85
निक्कई, जापान 0.74
हैंगसेंग, हांगकांग 0.72
कोस्पी, दक्षिण कोरिया 0.42
एफटीएसई, ब्रिटेन 0.40
(आंकड़े प्रतिशत में)
गिरावट के पीछे रहे ये कारण
1. इजरायल-ईरान संघर्ष से मध्य-पूर्व क्षेत्र में तनाव
2. अमेरिकी डॉलर में मजबूती, रुपया कमजोर हुआ
3. अमेरिकी और एशियाई बाजारों में बिकवाली तेज
4. विदेशी निवेशकों की निकासी बढ़ाई
5. भारत-मॉरीशस कर संधि में बदलाव
6. कच्चे तेल की कीमतों में उछाल
ऐसी रही चाल
1:38 PM Share Market Live Updates 15 April: सेंसेक्स इस समय 513 अंकों की गिरावट के साथ 73731 के लेवल पर है। आज दिन के निचले स्तर 73315 से करीब 400 अंकों से अधिक की रिकवरी है। निफ्टी 22325 के लेवल पर है और अभी यह 196 अंक नीचे ट्रेड कर रहा है।
सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो केवल ऑयल एंड गैस एक फीसद ऊपर है। निफ्टी बैंक, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज, निफ्टी आईटी, निफ्टी मीडिया, फार्मा, प्राइवेट बैंक, हेल्थ केयर और कंज्यूमर ड्यूराबेल्स में एक फीसद से अधिक गिरावट है।
9:30 PM Share Market Live Updates 12 April: सेंसेक्स 625 अंकों गोता लगाकर 73619 पर आ गया है। आज यह दिन के निचले स्तर 73315 को भी देख चुका है। उधर, निफ्टी भी 195 अंक लुढ़क कर 22324 पर आ गया है। एक समय यह 22302 के लेवल तक लुढ़क गया था।
निफ्टी के 50 में से 45 शेयर लाल निशान पर हैं। एनएसई पर 2280 स्टॉक्स में ट्रेडिंग हो रही है। इनमें से केवल 169 ही हरे निशान पर हैं। 2052 स्टॉक्स लाल निशान पर हैं। कुल 179 स्टॉक्स में लोअर सर्किट लगा है।
9:08 AM Share Market Live Updates 15 April: प्री-ओपनिंग में ही सेंसेक्स 1000 से अधिक अंक टूट गया। सभी स्टॉक्स लाल हैं। निफ्टी 180 अंक लुढ़का है।
7:10 AM Share Market Live Updates 15 April: जापान का निक्केई 225 में भारी गिरावट दर्ज की गई। यह 1.28% लुढ़क गया। जबकि, टॉपिक्स 0.97% टूटा। साउथ कोरिया का कोस्पी 0.92% नीचे रहा और कोस्डैक 1.58% डूब गया।
आज सप्ताह के पहले दिन शेयर मार्केट पर ईरान-इजरायल तनाव का असर देखने को मिलेगा। क्योंकि गिफ्ट निफ्टी सुबह 140 अंकों का गोता लगाकर 22465 पर ट्रेड कर रहा था।
ऐसे में आज शेयर मार्केट के लिए संकेत अच्छे नहीं हैं। सेंसेक्स-निफ्टी के भारी गिरावट के साथ खुलने के आसार हैं।
दलाल स्ट्रीट से वॉल स्ट्रीट तक ब्लैक फ्राइडे
इसकी एक झलक शुक्रवार को दलाल स्ट्रीट से लेकर वॉल स्ट्रीट तक देखने को मिल चुकी है। भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 1.06 फीसद या 793 अंकों का गोता लगाकर 74244 के लेवल पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 234 अंकों की गिरावट के साथ 22519 के स्तर पर।
इजरायल-ईरान टेंशन का असर वॉल स्ट्रीट पर भी पड़ा। शुक्रवार को अमेरिकी शेयर मार्केट का बेंचमार्क इंडेक्स डाऊ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज 1.24 पर्सेंट यानी 475 अंक टूटकर 37983 के लेवल पर बंद हुआ। एसएंडपी में 1.46 और नैस्डैक में 1.62 फीसद की गिरावट रही।
इस हफ्ते कैसी रहेगी मार्केट की चाल
भू-राजनीतिक घटनाक्रम, वृहद आर्थिक आंकड़े और कंपनियों के तिमाही नतीजे इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगे। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। यह सप्ताह कम कारोबारी सत्रों का होगा।
रामनवमी पर बाजार बंद
बुधवार को ‘रामनवमी’ पर बाजार में अवकाश रहेगा। शेयर मार्केट के एक्सपर्टस का कहना है कि यह हफ्ता मार्केट के लिए महत्वपूर्ण रहेगा।
ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष बड़ा इंपैक्ट डालेगा। दोनों के बीच तनाव बढ़ने से वैश्विक शेयर बाजारों में घबराहटपूर्ण बिकवाली देखने को मिल सकती है। इसके अलावा बाजार की निगाह कच्चे तेल की कीमतों पर भी रहेगी, जो भू-राजनीतिक घटनाक्रमों से प्रभावित होती है।
इन्फोसिस, बजाज ऑटो और विप्रो के नजीजे
इस सप्ताह इन्फोसिस, बजाज ऑटो और विप्रो की तिमाही नतीजे आने हैं, जिनपर निवेशकों की निगाह रहेगी। बाजार का आउटलुक प्रमुख वैश्विक और घरेलू आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगा।
इस दौरान भारत का थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति का आंकड़ा और चीन का जीडीपी, अमेरिका का विनिर्माण उत्पादन के साथ बेरोजगारी दावों का आंकड़ा आना है।