हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में हुए बस हादसे की जांच के लिए सरकार ने पैनल का गठन कर दिया है।
इस पैनल में 4 लोगों को शामिल किया गया है जो दुर्घटना के कारणों की जांच करेंगे। दरअसल, गुरुवार को स्कूल के बच्चों को लेकर जा रही बस के पेड़ से टकराकर पलट गई थी।
इस हादसे में 6 छात्रों की मौत हो गई और 20 घायल हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इसम मामले में स्कूल प्रिंसिपल और बस चालक समेत 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
साथ ही दुर्घटना के समय बस ड्राइवर के नशे में होने की पुष्टि हुई है। राज्य की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने अस्पतालों में घायल छात्रों के स्वास्थ्य की जानकारी ली।
उन्होंने बताया कि निजी स्कूल को कारण बताओ नोटिस भेजकर पूछा गया है कि ईद के अवसर पर छुट्टी होने के बावजूद यह कैसे खुला था।
इस बीच, वाहन सुरक्षा नीति को लेकर चर्चा करने के लिए शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को मीटिंग बुलाई है। दोपहर 3 बजे शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक करेंगे।
इसमें कई जिला शिक्षा अधिकारी, मौलिक शिक्षा अधिकारी और राज्य के सभी खंड शिक्षा अधिकारी शामिल होंगे। समझा जा रहा है कि मीटिंग के दौरान सरकार के दिशा निर्देशों का सख्त करने की सख्त हिदायत दी जाएगी।
स्कूल की बस में 40 बच्चे थे सवार
यह घटना कनीना में उन्हाणी गांव के निकट सुबह लगभग 8.30 बजे उस वक्त हुई, जब बस प्राथमिक से माध्यमिक कक्षाओं के लगभग 40 बच्चों को लेकर जीएल पब्लिक स्कूल जा रही थी। ड्राइवर धर्मेंद्र तेजी से बस चला रहा था और उसका बस पर से नियंत्रण खो गया। गाड़ी एक पेड़ से टकराकर पलट गई।
हादसे में मृतक छात्रों में की पहचान सत्यम, युवराज, वंश, रिकी, अंशू और यकुश के तौर पर हुई। घटनास्थल पर बड़ा हृदय विदारक दृश्य था जहा स्कूल बैग, जूते, पानी की बोतलें और कॉपी-किताब सड़क पर बिखरे पड़े थे। घटना के बाद बच्चों की चीख-पुकार सुनकर राहगीर मदद के लिए दौड़े और बुरी तरह क्षतिग्रस्त बस से बच्चों को बाहर निकाला।
‘नशे में था ड्राइवर, तेज चला रहा था बस’
एक घायल छात्र ने बताया कि ड्राइवर तेज गति से बस चला रहा था। उसने बस से नियंत्रण खो दिया जिससे वह पेड़ से टकरा गई। उसने कहा कि बस चालक नशे में लग रहा था। खेरी तलवाना गांव निवासी वकील मनदीप सिंह ने दावा किया कि कुछ गांव वालों को जब पता चला कि बस चालक नशे में है तो उन्होंने बस रोक ली।
मगर, प्रिंसिपल ने हस्तक्षेप कर उनसे उसे छोड़ने का आग्रह किया और वादा किया कि शुक्रवार को चालक बदल दिया जाएगा। हालांकि, कुछ मिनट बाद ही बस दुर्घटना का शिकार हो गई।
शिकायतकर्ता ने कहा कि बस में कोई सहायक या कोई महिला अधिकारी नहीं थी। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि मृतक बच्चों में से 2 एक ही परिवार के थे। बाद में मृतक बच्चों का अंतिम संस्कार किया गया।