प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
अप्रैल के दूसरे सप्ताह से पर्व-त्योहारों का तांता लगने वाला है, जिसकी शुरुआत 9 अप्रैल से हो रही है।
मंगलवार को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से विक्रम-संवत 2081 का शुभारंभ हो रहा है, जो हिंदू नव वर्ष के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन शक्ति उपासना का व्रत वासंतीय नवरात्र-दुर्गा पूजा का शुभारंभ कलश स्थापना से होगा, जो चैती दुर्गा पूजा के नाम से प्रसिद्ध है।
बेरमो के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग डेढ़ दर्जन स्थानों पर देवी मंदिरों में चैती दुर्गा पूजा आयोजित की जाएगी। साथ ही अनेक श्रद्धालुओं के घरों में भी नवरात्र में विधिवत कलश स्थापना कर शक्ति की आराधना की जाएगी।
वहीं त्योहारों को लेकर बेरमो कोयलांचल सहित ग्रामीण क्षेत्रों में तैयारी जारी है तो बाजारों में भी चहल-पहल बढ़ने लगी है।
11 को ईद उल फितर मनाया जाएगा : मुस्लिम धर्मावलंबियों का रमजान का महीना ईद का चांद देखने के साथ ही 10 अप्रैल बुधवार को शेष हो जाएगा और 11 अप्रैल गुरुवार को ईद उल फितर का त्योहार मनाया जाएगा।
12 को नहाय खाय संग छठ आरंभ : चार दिवसीय चैती छठ महापर्व 12 अप्रैल शुक्रवार से नहाय-खाय के साथ शुरू होगा।
13 को वैशाखी पर्व मनाया जाएगा : वैशाखी का पर्व 13 अप्रैल शनिवार को मनाया जाएगा। इसी दिन शाम में छठ महापर्व का खरना अनुष्ठान है। साथ ही मेष संक्रान्ति भी है और खरमास समाप्त हो जाएगा। इसी के साथ मांगलिक कार्य आरंभ हो जाएंगे।
14 को प्रथम अर्घ्य, सतुआन व अंबेडकर जयंती : 14 अप्रैल रविवार को सतुआन है, जिस दिन सत्तु खाने की परंपरा है। इसी दिन डॉ अंबेडकर जयंती मनाई जाएगी और शाम में छठ महापर्व का प्रथम अर्घ्य दिया जाएगा। जबकि 15 अप्रैल सोमवार को उषा कालीन अर्घ्य के बाद छठ महापर्व का समापन होगा।
16 को चैती दुर्गाष्टमी पूजा होगी : चैती दुर्गा पूजा का दुर्गाष्टमी 16 अप्रैल मंगलवार को होगा, जिस दिन व्रत-उपवास के साथ मां दुर्गा के गौरी स्वरूप की पूजा-अर्चना की जाएगी।
17 को रामनवमी महोत्सव मनेगा : 17 अप्रैल बुधवार को भगवान श्री राम का जन्मोत्सव रामनवमी का त्योहार है। इस दिन रामनवमी जुलूस की गांवों व शहरों में धूम रहेगी।